Pakistan:
जयपुर,एजेंसियां। राजस्थान के जयपुर में गुरुवार का दिन 10 पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थियों के लिए ऐतिहासिक और भावनाओं से भरा रहा। लंबे इंतजार और संघर्ष के बाद आखिरकार इन्हें भारत की नागरिकता का प्रमाणपत्र मिल गया। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की पहल और जिला प्रशासन की सक्रियता के चलते इन्हें यह बड़ी राहत मिली। प्रभारी मंत्री जोगाराम पटेल और जयपुर कलेक्टर डॉ. जितेंद्र कुमार सोनी ने खुद अपने हाथों से इन लोगों को नागरिकता प्रमाणपत्र सौंपे। संगीता और हरिचंद, संतोष, सुनीत, राजकुमारी, चमेली, मुकेश, कलियां देवी, कंवरलाल और खिआना माहेश्वरी जैसे नाम अब भारत के आधिकारिक नागरिक बन चुके हैं।
नागरिकता मिलने के बाद
नागरिकता मिलने के बाद भावुक होकर उन्होंने कहा, “पाकिस्तान में जी तो रहे थे, लेकिन इंसान की तरह नहीं। बेटियों का बाहर निकलना मुश्किल था, पूजा करना जुर्म था। वहां की जिंदगी जेल से भी बदतर थी। अब भारत में सुकून, सुरक्षा और सबसे बड़ी बात – इज्जत मिल रही है।”इन विस्थापितों का कहना है कि अब उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ मिलेगा, बच्चों का दाखिला आसान होगा और अस्पतालों में इलाज के लिए आईडी नहीं मांगी जाएगी। अब वे “भारत के मेहमान” नहीं, बल्कि “भारत के नागरिक” कहलाएंगे।
इनका संघर्ष केवल कागजों का नहीं, बल्कि अस्मिता और अस्तित्व का भी था। और अब ये लोग कहते हैं – “यह दिन हमारी जिंदगी का सबसे अहम दिन है। बरसों पुरानी तलाश अब खत्म हुई है।”
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