Calcium deficiency symptoms:
नई दिल्ली, एजेंसियां। कैल्शियम शरीर में सबसे अधिक मात्रा में पाए जाने वाले खनिजों में से एक है और हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए बेहद जरूरी माना जाता है। अगर शरीर में इसकी कमी हो जाए तो उम्र बढ़ने के साथ हड्डियां कमजोर और पतली हो सकती हैं, जिससे कई गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
कैल्शियम की कमी से होने वाले रोग:
रिकेट्स: कैल्शियम और विटामिन डी की कमी से बच्चों में हड्डियां मुलायम हो जाती हैं, जिससे हाथ-पैर आसानी से मुड़ सकते हैं। सही आहार या सप्लिमेंट से इसे ठीक किया जा सकता है।
ऑस्टियोपोरोसिस: हड्डियों का कमजोर होना और उनका धीरे-धीरे टूटना। शुरुआत में कमर और गर्दन में दर्द दिखाई देता है।
ऑस्टियोमलेशिया: हड्डियों की नरमी और कमजोरी से दर्द और फ्रैक्चर का खतरा बढ़ जाता है।
मांसपेशियों में क्रैम्प: बार-बार ऐंठन, मांसपेशियों की कोमलता और दर्द कैल्शियम की कमी के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं।
कैल्शियम की कमी पूरी करने के उपाय
कैल्शियम की कमी को पूरा करने के लिए डेयरी उत्पाद जैसे दूध, दही और पनीर, हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक और केल, मेवे और बीज जैसे बादाम और तिल, और फोर्टिफाइड फूड जैसे सोया दूध और टोफू का सेवन करें। इसके अतिरिक्त संतरा, सूखे अंजीर, सार्डिन और सालमन जैसी मछली, और राजमा, छोले जैसी फलियां भी अच्छे स्रोत हैं।
विशेषज्ञों का कहना है
विशेषज्ञों का कहना है कि कैल्शियम की कमी समय पर पूरी नहीं की जाए तो हड्डियों और मांसपेशियों की समस्याएं बढ़ सकती हैं। इसलिए अपने आहार में संतुलित मात्रा में कैल्शियम शामिल करना जरूरी है।
डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी डाइट या फिटनेस प्रोग्राम को अपनाने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।
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