जमशेदपुर। आदिवासी वोटर्स को पाले में करने के लिए BJP ने पूर्व CM और JMM में नंबर दो रहे चंपाई सोरेन को अपने साथ जोड़ा था। कोल्हान टाइगर के नाम से मशहूर चंपाई साल 2000 में झारखंड बनने के बाद कभी चुनाव नहीं हारे हैं।
चंपाई जीते, बेटा हार गयाः
चंपाई सोरेन इस बार भी सरायकेला से चुनाव जीते, लेकिन कोल्हान की 14 सीटों पर BJP को फायदा नहीं दिला पाए। चंपाई सोरेन अपनी सीट तो जीत गए, लेकिन बगल की घाटशिला सीट पर उनके बेटे राम दास सोरेन चुनाव हार गए।
14 में 11 सीट इंडी गठबंधन कोः
2019 के चुनाव में इन 14 सीटों में से JMM ने 11, कांग्रेस ने 2 और निर्दलीय ने एक सीट जीती थी। इस बार JMM को 10, BJP को 2, कांग्रेस और JDU ने 1-1 सीट मिली है।
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