पटना : बिहार के मिथिला क्षेत्र के लोगों की मान्यता है कि राजा जनक ने अपनी बेटी सीता के भगवान राम के साथ विवाह का जश्न मनाने के लिए राज्य के कलाकारों और नागरिकों से दीवारों पर तस्वीरें बनाने के लिए कहा था।
मधुबनी कला केंद्र की संस्थापक मनीषा झा ने कहा, ‘‘ वर और वधू के विवाह की तस्वीरें चटक रंगों से बनाने की परंपरा से मथिला कला का जन्म हुआ जिसे मधुबनी पेंटिंग भी कहते हैं।’’
हिंदू महाकाव्य रामायण की कहानियों और घटनाओं को दर्शाने वाली ऐसी करीब 100 पेंटिंग यहां ललित कला अकादमी की एक प्रदर्शनी में प्रदर्शित की गई हैं।
मधुबनी कला केंद्र और अकादमी द्वारा आयोजित प्रदर्शनी ‘मिथिला रामायण’ में बिहार की अनुभवी और युवा महिला कलाकारों की कला को प्रदर्शित किया गया है और इसे मूर्त रूप देने में झा को 20 साल का समय लगा।
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