Tej Pratap Yadav statement:
पटना,एजेंसियां। बिहार की राजनीति में मंगलवार से नया विवाद शुरू हो गया है जब भवन निर्माण विभाग ने पूर्व मुख्यमंत्री और विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष राबड़ी देवी को उनके पुराने सरकारी आवास (10 सर्कुलर रोड) से हटाकर 39 हार्डिंग रोड पर वैकल्पिक आवास आवंटित करने का आदेश जारी किया। इस फैसले को लेकर अब राजनीतिक घमासान तेज हो गया है।
तेज प्रताप का तीखा हमला:
राबड़ी देवी के बड़े बेटे और आरजेडी नेता तेज प्रताप यादव ने इस निर्णय पर पहली बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को निशाने पर लेते हुए लिखा- “छोटे भाई ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली और बड़े भाई के बंगले को खाली कराने का आदेश दे दिया… गिर ही गए, लेकिन इतना नीचे नहीं गिरना था। इतिहास दोनों हाथों में कालिख लिए नीतीश कुमार का इंतज़ार कर रहा है।”
तेज प्रताप के इस बयान से साफ है कि आरजेडी इसे राजनीतिक बदले की कार्रवाई मान रही है, खासकर तब जब विधानसभा चुनाव में सत्ता समीकरण बदलने के बाद यह निर्णय आया है।
रोहिणी आचार्य ने नितीश पर हमला बोला:
लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी की बेटी रोहिणी आचार्य ने भी एक्स पर पोस्ट करते हुए नीतीश सरकार पर हमला बोला। उन्होंने लिखा- “सुशासन बाबू का विकास मॉडल यही है। करोड़ों लोगों के मसीहा लालू प्रसाद का अपमान करना पहली प्राथमिकता। घर से निकाल देंगे, जनता के दिल से कैसे निकालेंगे?”
रोहिणी ने यह भी कहा कि लालू प्रसाद की सेहत और उनके राजनीतिक योगदान का सम्मान किया जाना चाहिए।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही रोहिणी ने तेजस्वी यादव और उनके सहयोगियों से नाराज होकर राजनीति और परिवार छोड़ने की घोषणा कर दी थी, जिसके बाद लालू परिवार के अंदर का विवाद भी चर्चा में रहा।
सरकार का आदेश और आगे की परिस्थिति:
भवन निर्माण विभाग के आदेश में स्पष्ट कहा गया है कि राबड़ी देवी को अब 39 हार्डिंग रोड स्थित आवास दिया जा रहा है। इससे पहले भी पूर्व मुख्यमंत्री आवासों को लेकर विवाद सामने आते रहे हैं, लेकिन इस बार चुनावी नतीजों के तुरंत बाद आवास बदलने के फैसले को राजनीतिक कदम माना जा रहा है।राबड़ी आवास विवाद ने फिलहाल बिहार की सियासत में एक नया मोड़ ला दिया है, और आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर और बयानबाज़ी होने की संभावना है।राबड़ी आवास विवाद पर तेज प्रताप की प्रतिक्रिया आई सामने कहा- ‘इतना नीचे नहीं गिरना था’
पटना,एजेंसियां। बिहार की राजनीति में मंगलवार से नया विवाद शुरू हो गया है जब भवन निर्माण विभाग ने पूर्व मुख्यमंत्री और विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष राबड़ी देवी को उनके पुराने सरकारी आवास (10 सर्कुलर रोड) से हटाकर 39 हार्डिंग रोड पर वैकल्पिक आवास आवंटित करने का आदेश जारी किया। इस फैसले को लेकर अब राजनीतिक घमासान तेज हो गया है।
तेज प्रताप का तीखा हमला:
राबड़ी देवी के बड़े बेटे और आरजेडी नेता तेज प्रताप यादव ने इस निर्णय पर पहली बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को निशाने पर लेते हुए लिखा- “छोटे भाई ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली और बड़े भाई के बंगले को खाली कराने का आदेश दे दिया… गिर ही गए, लेकिन इतना नीचे नहीं गिरना था। इतिहास दोनों हाथों में कालिख लिए नीतीश कुमार का इंतज़ार कर रहा है।”
तेज प्रताप के इस बयान से साफ है कि आरजेडी इसे राजनीतिक बदले की कार्रवाई मान रही है, खासकर तब जब विधानसभा चुनाव में सत्ता समीकरण बदलने के बाद यह निर्णय आया है।
रोहिणी आचार्य ने नितीश पर हमला बोला:
लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी की बेटी रोहिणी आचार्य ने भी एक्स पर पोस्ट करते हुए नीतीश सरकार पर हमला बोला। उन्होंने लिखा- “सुशासन बाबू का विकास मॉडल यही है। करोड़ों लोगों के मसीहा लालू प्रसाद का अपमान करना पहली प्राथमिकता। घर से निकाल देंगे, जनता के दिल से कैसे निकालेंगे?”
रोहिणी ने यह भी कहा कि लालू प्रसाद की सेहत और उनके राजनीतिक योगदान का सम्मान किया जाना चाहिए।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही रोहिणी ने तेजस्वी यादव और उनके सहयोगियों से नाराज होकर राजनीति और परिवार छोड़ने की घोषणा कर दी थी, जिसके बाद लालू परिवार के अंदर का विवाद भी चर्चा में रहा।
सरकार का आदेश और आगे की परिस्थिति:
भवन निर्माण विभाग के आदेश में स्पष्ट कहा गया है कि राबड़ी देवी को अब 39 हार्डिंग रोड स्थित आवास दिया जा रहा है। इससे पहले भी पूर्व मुख्यमंत्री आवासों को लेकर विवाद सामने आते रहे हैं, लेकिन इस बार चुनावी नतीजों के तुरंत बाद आवास बदलने के फैसले को राजनीतिक कदम माना जा रहा है।राबड़ी आवास विवाद ने फिलहाल बिहार की सियासत में एक नया मोड़ ला दिया है, और आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर और बयानबाज़ी होने की संभावना है।



