पटना। बिहार की राजनीति में लालू यादव एक बार फिर अपनी धमक दिखाई है। उनके एक ही चक्कर से ताजातरीन कांग्रेसी बने पप्पू यादव और कांग्रेस दोनों ही चक्करघिन्नी बनकर रह गये हैं।
सूचना है कि बिहार इंडी एलायंस में सीटों पर बात बन गई है और इसमें लालू की ही चली है। उन्होंने जैसे चाहा वैसे अपनी मनमर्जी दिखा दी है।
बिहार की जिन सीटों पर सहमति बनी हैं और जो सीटें कांग्रेस के हिस्से में आ रही हैं, उनमें पूर्णिया सीट नहीं है। क्योंकि बिहार में सीटों का बंटवारा राजद की शर्तों पर हो रहा है।
ऐसे में बड़ी महत्वाकांक्षा के साथ हाल में ही कांग्रेस में शामिल हुए पप्पू यादव का क्या होगा। क्योंकि राजद ने यहां से बीमा भारती के नाम का ऐलान करने के साथ उन्हें पार्टी का सिंबल भी प्रदान कर दिया है।
पूर्णिया से चुनाव लड़ने की तैयारी कर चुके पप्पू यादव के पास अब एक ही चारा है कि वह या तो कांग्रेस छोड़ कर निर्दलीय चुनाव लड़ें या फिर गठबंधन की प्रत्याशी बीमा भारती का समर्थन करें। लेकिन बीमा भारती के नाम का ऐलान होने के बाद से वह जिस प्रकार से बयानबाजी कर रहे हैं, ऐसे में उनके बाद अपने कदम खींचना ही ‘आत्महत्या करने’ के बराबर होगा।
पूर्णिया ही नहीं, औरंगाबाद लोकसभा सीट पर भी कांग्रेस को झटका लगा है। क्योंकि राजद ने यहां से अभय कुशवाहा को टिकट दे दिया है।
ऐसे में कांग्रेस के पास अपमान के घूंट पीकर बिहार में 9 सीटों पर चुनाव लड़ने के अलावा और कोई चारा नहीं है।
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