Bihar news:
पटना, एजेंसियां। तेज प्रताप यादव को राजद से छह साल के लिए निष्कासित करने के लालू प्रसाद यादव के फैसले ने बिहार की सियासत में हलचल मचा दी है। अब इस फैसले पर पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने सवाल खड़े किए हैं। मांझी ने कहा कि लालू यादव आज जब “संस्कार” और “मर्यादा” की बात कर रहे हैं, तो सवाल उठता है कि जब राबड़ी देवी पर ऐश्वर्या राय यादव को मारकर घर से निकालने का आरोप लगा था, तब उन्होंने क्या कार्रवाई की थी?
Bihar news: मांझी का तीखा हमला:
जब दारोगा बाबू की पोती और चंद्रिका राय की बेटी ऐश्वर्या को बेरहमी से घर से निकाला गया, तब लालू जी के संस्कार कहां थे?” – जीतन राम मांझी ने यह भी कहा कि अगर लालू उस समय राबड़ी देवी या अन्य जिम्मेदार लोगों पर सख्त कार्रवाई करते, तभी उनकी मर्यादा की बात आज मानी जाती। इससे पहले पप्पू यादव ने भी तेज प्रताप के निष्कासन को एकतरफा बताते हुए विरोध जताया था। अब जीतन राम मांझी ने इस मुद्दे को और गर्मा दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा है “जिस तरह ऐश्वर्या के साथ व्यवहार हुआ, उसका जवाब हर महिला आने वाले चुनाव में देगी।”
Bihar news:लालू के परिवार पर आरोप:
मांझी ने कहा कि अगर तेज प्रताप किसी रिश्ते में थे, तो लालू परिवार को किसी लड़की की ज़िंदगी बर्बाद करने का अधिकार किसने दिया? तेज प्रताप के व्यक्तिगत मामलों के चलते राजद नेतृत्व द्वारा लिए गए इस निर्णय को अब विपक्षी नेता “दोहरे मापदंड” के तौर पर पेश कर रहे हैं। अब देखना यह होगा कि लालू यादव इन आरोपों पर क्या जवाब देते हैं और क्या पार्टी इस विवाद से उबर पाएगी।
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