Bihar Assembly ruckus:
पटना, एजेंसियां। बिहार विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन यानी मंगलवार को एसआईआर (Special Investigation Report) को लेकर जबरदस्त हंगामा हुआ। विपक्षी विधायकों ने सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले काले कपड़े पहनकर सदन के बाहर प्रदर्शन किया। इसके बाद जब कार्यवाही शुरू हुई तो सदन के अंदर भी विरोध ने उग्र रूप ले लिया।
तेजस्वी यादव का सरकार पर निशाना
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने विधानसभा में कहा, “बिहार लोकतंत्र की जननी है, और इसी बिहार में लोकतंत्र की हत्या की जा रही है।” उन्होंने एसआईआर प्रक्रिया की जांच की मांग उठाई। लंच के बाद जैसे ही कार्यवाही फिर शुरू हुई, विपक्षी विधायकों ने “नीतीश कुमार मुर्दाबाद” के नारे लगाने शुरू कर दिए।
वेल में कुर्सी उठाई, रिपोर्टर टेबल पर चढ़े विधायक
महागठबंधन के विधायकों ने वेल में आकर रिपोर्टर टेबल के पास रखी कुर्सी उठाई। इस दौरान मार्शल उन्हें रोकते रहे, जिससे दोनों पक्षों में धक्का-मुक्की शुरू हो गई। आरजेडी विधायक सतीश दास तो रिपोर्टर की टेबल पर चढ़ गए, जिन्हें मार्शलों ने जबरन नीचे उतारा। इसके बाद दोनों पक्षों में तीखी नोकझोंक भी हुई। कुछ विधायकों ने सत्ता पक्ष की ओर कागज का टुकड़ा फेंका, जो बीजेपी नेता विजय सिन्हा को जा लगा।
हंगामे के बीच GST संशोधन विधेयक पास
इस उग्र हंगामे के बीच सदन से वस्तु एवं सेवा कर (GST) संशोधन विधेयक 2025 पारित कर दिया गया। हालात बेकाबू होते देख विधानसभा अध्यक्ष ने कार्यवाही बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी।
इस घटनाक्रम ने एक बार फिर बिहार की सियासत में उबाल ला दिया है, और लोकतंत्र की प्रक्रिया पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
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