रोनी मंडल मास्टरमाइंड, पिंकी दिलाती थी सिम
रांची। झारखंड की राजधानी रांची में देह व्यापार के लिए बांग्लादेशी लड़कियां लाई जाती हैं। रोनी मंडल बांग्लादेशी घुसपैठ करने वालों का मास्टरमाइंड है। वहीं पिंकी बसु मुखर्जी इन लड़कियों को ग्राहकों से संपर्क करने और बातचीत के लिए सिम कार्ड देती थी। सभी सिम कार्ड उसी के नाम रजिस्टर्ड थे। इन बातों की जानकारी ईडी ने अपनी जांच में जुटाई हैं।
बंगाल में गिरफ्तार चारो आरोपियों को रांची की अदालत में पेश करने के बाद ईडी ने रिमांड पर लेने के लिए आवेदन दिया है। ईडी उनसे पूछताछ करना चाहती है। इससे पहले ईडी ने कोर्ट को कई महत्वपूर्ण जानकारी दी।
ईडी ने बताया कि गिरोह में कई और लोगों के शामिल होने की संभावना है। मामले की पड़ताल के लिए सभी को रिमांड पर लेकर पूछताछ अनिवार्य है। ईडी के आवेदन पर पीएमएलए कोर्ट अब शनिवार को सुनवाई होगी। कोर्ट ने सभी आरोपियों को गुरुवार को होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा भेज दिया है।
देह व्यापार के लिए लाई जाती हैं बांग्लादेशी युवतियाः
ईडी ने बताया कि पिंकी बसु मुखर्जी के माध्यम ग्राम स्थित सफायर अपार्टमेंट से एक आरोपी संदीप चौधरी मिला था। गिरफ्तार संदीप ने ईडी को बताया कि वह बांग्लादेशी नागरिक है और पिछले तीन साल से भारत में अवैध रूप से रह रहा है। वह पिंकी बसु मुखर्जी का करीबी है।
पिंकी के नाम पर रजिस्टर्ड थे सिम कार्डः
जांच में ईडी ने पाया कि पिंटू हलधर के नाम पर एक मोबाइल रजिस्टर्ड था। वहीं पिंकी बसु मुखर्जी के नाम पर रजिस्टर्ड मोबाइल नंबरों से ही आरोपी बांग्लादेशी घुसपैठ कराने से लेकर अन्य अवैध गतिविधियों को संचालित कर रहे थे।
यह भी खुलासा हुआ कि झुमा व मनीषा भारत में बांग्लादेशी घुसपैठ कराने और अवैध गतिविधियां संचालित करने में शामिल थीं। दोनों का पिंकी बसु मुखर्जी से सीधा संपर्क था।
जब ईडी ने पिंकी के मोबाइल नंबर की जांच की तो उसके बांग्लादेशी नंबरों से सीधी बातचीत के सबूत मिले। इनमें कुछ नंबर जनातुल मउ, बेलाल पाकेज, पोलास वाई, मसकूर सीएसई, मोहम्मद असगर अली, अल अमीन पोटखल व अरमान मियाजी के हैं।
जांच के दौरान बहुत से भारतीय नंबरों के सीडीआर विश्लेषण में उनका बांग्लादेशी नंबरों के साथ बातचीत के भी सबूत ईडी को मिले हैं। इन्हीं में एक मोबाइल नंबर 9007934310 था।
यह भी पता चला कि रोनी मंडल का 42 विभिन्न बांग्लादेशी नंबरों से सीधा संपर्क था। उनमें कई ऐसे नंबर थे, जिससे मनीषा राय का भी संपर्क था।
इन्हीं नंबरों से बांग्लादेशियों से होता था संपर्कः
पुलिस ने बरियातू के रिसॉर्ट से जिन 3 युवतियों को गिरफ्तार किया था, उनमें से अधिकतर के पास से मिले सिम कार्ड पश्चिम बंगाल की पिंकी बसु मुखर्जी के नाम पर रजिस्टर्ड थे।
ईडी ने बरियातू थाना पुलिस की ओर से गिरफ्तार संदिग्धों के मोबाइल नंबरों की सीडीआर निकाली। इसकी जांच में उक्त जानकारी मिली थी। झुमा, मिम, लीजा चौधरी, नेताई मांझी व पिंकी बसु मुखर्जी के मोबाइल नंबर पिंकी बसु मुखर्जी के नाम पर पंजीकृत थे।
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