ढाका, एजेंसियां । बांग्लादेश में इस्कॉन मंदिर से जुड़े हिंदू संत चिन्मय कृष्ण दास की राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तारी के बाद हिंसा और विवाद बढ़ गया है।
चटगांव में हिंसा के दौरान वकील सैफुल इस्लाम की मौत के बाद हाईकोर्ट में इस्कॉन पर बैन की याचिका दायर की गई।
सुनवाई के दौरान बांग्लादेश सरकार ने इस्कॉन को “धार्मिक कट्टरपंथी संगठन” बताया और इसकी गतिविधियों की जांच जारी होने की बात कही। कोर्ट ने सरकार को कानून व्यवस्था बनाए रखने और गुरुवार तक रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया है।
इस्कॉन से जुड़े चिन्मय दास को राष्ट्रीय ध्वज के अपमान के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उनकी गिरफ्तारी के बाद हिंदू समुदाय सड़कों पर उतर आया, जिसके दौरान हिंसा भड़क उठी।
इस्कॉन की स्थापना 1966 में अमेरिका में स्वामी प्रभुपाद ने की थी। दुनिया भर में इसके 1000 से अधिक और भारत में 400 केंद्र हैं।
इसे भी पढ़ें
इस्कॉन ने मेनका गांधी को 100 करोड़ रुपये का मानहानि नोटिस भेजा