रांची। चंपाई सोरेन को हटाकर हेमंत सोरेन को झारखंड का अगला मुख्यमंत्री बनाए जाने की खबर सामने आते ही झारखंड की सियासत गर्मा गई है।
विपक्ष की तरफ से इंडी गठबंधन के इस फैसले पर कड़ी प्रतिक्रिया आ रही है। प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा में शिबू सोरेन के परिवार से बाहर का कोई भी आदिवासी केवल काम चलाऊ है।
सोरेन परिवार जब जैसा चाहे उसका इस्तेमाल करता है और फिर उसे दूध में गिरी मक्खी की तरह निकाल फेंकता है।
बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि 5 महीने पहले जो परिवारवाद से ऊपर उठकर सीएम चुनने की बात कहते थे, आज उस झारखंड मुक्ति मोर्चा का असली चेहरा उजागर हो गया है।
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि झारखंड में ये नेतृत्व परिवर्तन झारखंड के बाकी आदिवासी नेताओं के लिए सबक है।
उनको अपनी सीमा रेखा समझ लेनी चाहिए। उनको यह मान लेना चाहिए कि वे केवल और केवल शिबू सोरेन के परिवार की पालकी ढोने के लिए है। सियासत में ऊंची उड़ान भरना उनके नसीब में है ही नहीं।
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि चंपाई सोरेन अभी तो मुख्यमंत्री हैं ही। उनको बार-बार अपमानित किया जा रहा है।
जिनकी अध्यक्षता में बैठक बुलाई गई, उन्हीं चंपाई सोरेन को किनारे बिठा दिया। लोकसभा चुनाव से पहले रांची में इंडिया गठबंधन की रैली में भी उनको मंच पर किनारे बिठा दिया।
सोरेन परिवार की बहू कल्पना को बिना किसी पद के भी बीच मंच में जगह मिली। चंपाई की स्पीच के बीच में ही मंच पर बैठे नेता जाने लगे।
बाबूलाल मरांडी ने और भी तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि आज झारखंड मुक्ति मोर्चा ने कोल्हान टाईगर को चूहा बना दिया।
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