Maha Ashtami 2025:
नई दिल्ली, एजेंसियां। शारदीय नवरात्रि 2025 में दुर्गा अष्टमी 30 सितंबर को और नवमी 1 अक्टूबर को मनाई जाएगी। अष्टमी का दिन मां दुर्गा के पूजन का सबसे श्रेष्ठ माना जाता है। इस दिन व्रत खोलते समय जल्दबाजी या गलत विधि अपनाने से व्रत का फल प्रभावित हो सकता है।
अष्टमी का पारण
अष्टमी का पारण कभी भी रात 12 बजे के बाद न करें। पूरे नौ दिन का व्रत रखने वालों को नवमी पूजा के बाद ही पारण करना चाहिए। कन्या पूजन और छोटी कन्याओं को भोजन कराना शुभ है, पूजा के बाद उपहार या दक्षिणा देना आवश्यक। पारण के समय चमड़े की वस्तुएं जैसे पर्स, बेल्ट आदि उपयोग न करें।
नकारात्मक कार्यों, झूठ बोलने और अपमान करने से बचें। विशेषज्ञों के अनुसार, इन सावधानियों का पालन करने से व्रत का पूर्ण फल प्राप्त होता है और नवरात्रि का पुण्य लाभ सुनिश्चित होता है।
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