Aurangabad railway station:
औरंगाबाद/महाराष्ट्र, एजेंसियां। महाराष्ट्र सरकार ने औरंगाबाद रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर छत्रपति संभाजीनगर कर दिया है। इस बदलाव की औपचारिक अधिसूचना 15 अक्टूबर 2025 को राजपत्र के माध्यम से जारी की गई। यह कदम लगभग तीन साल पहले औरंगाबाद शहर का नाम बदलकर छत्रपति संभाजीनगर करने के फैसले के बाद उठाया गया है।
मुगल बादशाह औरंगजेब
पहले इस शहर का नाम मुगल बादशाह औरंगजेब के नाम पर रखा गया था। अब इसे मराठा शासक छत्रपति शिवाजी महाराज के पुत्र संभाजी महाराज के सम्मान में नया नाम दिया गया है। औरंगाबाद का नाम बदलने की पहल पहले की उद्धव ठाकरे नेतृत्व वाली एमवीए सरकार ने शुरू की थी, जबकि इसे अंतिम रूप भाजपा के नेतृत्व वाली महायुति सरकार ने दिया।
औरंगाबाद रेलवे स्टेशन 1900 में खोला गया था और इसे हैदराबाद के सातवें निजाम मीर उस्मान अली खान द्वारा बनवाया गया था। यह स्टेशन लंबे समय से महाराष्ट्र और देश के अन्य हिस्सों को जोड़ने वाले महत्वपूर्ण रेलवे जंक्शन के रूप में कार्य करता रहा है।
राज्य सरकार के अधिकारी ने बताया
राज्य सरकार के अधिकारी ने बताया कि स्टेशन के नाम बदलने के बाद जल्द ही रेलवे बोर्ड, टिकटिंग और अन्य संबंधित कार्यालयों में भी नया नाम अपडेट किया जाएगा। अब यात्रियों और रेलवे कर्मचारियों को नई पहचान के तहत स्टेशन सेवाओं का संचालन करना होगा।
इस नाम परिवर्तन से स्थानीय इतिहास और मराठा शासकों की स्मृति को सम्मान देने का प्रयास किया गया है।
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