हसीना अभी भारत में ही रहेंगी
ढाका, एजेंसियां। बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना कुछ दिनों तक भारत में ही रहेंगी। फिलहाल ब्रिटेन ने उन्हें आने की अनुमति नहीं दी है।
नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस को बांग्लादेश की अंतरिम सरकार का प्रमुख नियुक्त किया गया है। उधर, विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा, ‘शेख हसीना सदमे में हैं।
सरकार बात करने से पहले उन्हें कुछ समय दे रही है।’ जयशंकर ने संसद में कहा कि पड़ोसी देश राजनीतिक संकट से जूझ रहा है। वहां हिंदुओं को निशाना बनाया गया है, यह चिंता की बात है।’
बांग्लादेश में 1.30 करोड़ हिंदू
बांग्लादेश में 1.3 करोड़ हिंदू: बांग्ला देश में लगभग 1 करोड़ 30 लाख हिंदू रहते हैं। पूर्वी बंगाल (पूर्वी पाकिस्तान) के लिए 1951 में हुई जनगणना के अनुसार, यहां 22% आबादी हिंदू थी, जो 1991 में घटकर 15% रह गई। 2011 में यह संख्या सिर्फ 8.5% रह गई।
वहीं, 1951 में मुस्लिम आबादी 76% थी, जो अब बढ़कर 91% हो गई है। इसके बावजूद बांग्लादेश में सबसे बड़ा अल्पसंख्यक समुदाय हिंदू है।
अब कहां जाएंगी हसीना
ब्रिटिश सरकार ने कहा है कि शेख हसीना के लिए ब्रिटेन में शरण लेने का कोई प्रावधान नहीं है। हालांकि ब्रिटेन ने आधिकारिक तौर पर शरण देने से इनकार नहीं किया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिका ने हसीना का वीजा रद्द कर दिया है। वे नॉर्वे के साथ एक समझौते पर भी बातचीत कर रही हैं।
बांग्लादेश की संसद भंग
बांग्लादेश के राष्ट्रपति ने संसद भंग कर दी है। देश की पूर्व PM खालिदा जिया को भी रिहा किया गया है।
शेख हसीना के बेटे और पूर्व आधिकारिक सलाहकार सजीब वाजेद जॉय ने कहा कि वे अब राजनीति में वापसी नहीं करेंगी। जॉय ने कहा, ‘मेरा परिवार बांग्लादेश को बचाते-बचाते थक गया है।
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