Zubeen Garg Death:
दिसपुर, एजेंसियां। असम के लोकप्रिय गायक और म्यूजिक आइकन जुबीन गर्ग का निधन 20 सितंबर को सिंगापुर में एक हादसे के दौरान हो गया। वे परफॉर्मेंस के लिए वहां पहुंचे थे और स्कूबा डाइविंग के दौरान हादसे का शिकार हो गए। लाइफ जैकेट न पहनने की वजह से उनकी जान नहीं बच सकी। पुलिस और डॉक्टरों की कोशिशों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका।
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने घोषणा की
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने घोषणा की कि वे खुद जुबीन का पार्थिव शरीर लेने दिल्ली जाएंगे और उसे तुरंत असम लाया जाएगा। सीएम ने लोगों से अपील की है कि वे जुबीन के घर पर भीड़ न लगाएं और परिवार को उन्हें अंतिम बार देखने का अवसर दें। उन्होंने बताया कि पार्थिव शरीर सबसे पहले जुबीन के घर पर रखा जाएगा ताकि परिजन और उनके 85 वर्षीय पिता उन्हें अंतिम बार देख सकें।
जुबीन गर्ग के निधन पर
जुबीन गर्ग के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने लिखा कि जुबीन का संगीत में योगदान हमेशा याद किया जाएगा। असम समेत पूरे उत्तर-पूर्व और बॉलीवुड में उनके निधन से शोक की लहर है।जुबीन गर्ग ने अपने करियर में हिंदी, असमिया, बंगाली सहित लगभग 40 भाषाओं में गाने गाए। उनके मशहूर गीतों में “या अली” (गैंगस्टर), “जाने क्या होगा रामा रे” (कांटे) और “दिलरुबा” (नमस्ते लंदन) शामिल हैं। उनकी बहुमुखी प्रतिभा ने उन्हें देश के सबसे लोकप्रिय गायकों में शामिल किया।
असम सरकार ने उनके सम्मान में तीन दिन का राजकीय शोक घोषित कर राज्यभर में सभी सरकारी कार्यक्रम स्थगित कर दिए हैं। जुबीन गर्ग की असामयिक मृत्यु ने संगीत जगत में एक गहरी खाई छोड़ दी है।
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