लिखा-चाय बागान समुदाय पर हमें गर्व
रांची। असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखा है। दरअसल कुछ दिनों पहले हेमंत सोरेन ने चाय जनजाति को लेकर हिमंता बिस्वा सरमा को पत्र लिखा था।
उसी के जवाब में उन्होंने हेमंत सोरेन को पत्र लिखा है और कहा है कि “मैं दिनांक 25.09.2024 के आपके डी.ओ. पत्र में प्रकट किए गए आपके विचारों की सराहना करता हूं, जिसमें आपने असम में चाय जनजातियों की स्थिति पर अपना दृष्टिकोण साझा किया है।”
प्वाइंटवाइज दिया जवाबः
हिमंता बिस्वा सरमा ने पॉइंट वाइज समझाते हुए लिखा है कि ” पिछले कुछ वर्षों में हमने असम के चाय बागानों में काम करने वाले लोगों की सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए बहुत काम किया है,
जो मूल रूप से झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और छत्तीसगढ़ राज्यों से दशको पहले यहां आए थे। हमें अपने चाय बागान समुदाय पर बहुत गर्व है,
जो समय के साथ अपनी विशिष्ट संस्कृति, परंपराओं और भाषा को बनाए रखते हुए असमिया समाज में एकीकृत हो गया है।
चाय जनजाति के लिए असम में अलग विभाग बनाः
“असम में चाय जनजाति और आदिवासी कल्याण विभाग नामक एक अलग विभाग का निर्माण किया गया, जिसका 2024-25 में वार्षिक बजट 454 करोड़ रुपये है।
इसके अलावा, चाय बागान क्षेत्रों की जमीन विभिन्न चाय कंपनियों के निजी स्वामित्व में रहते हुए भी चाय जनजाति के जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए,
सरकार चाय बागान क्षेत्रों में सड़क के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए औसतन 700 करोड़ रुपये सालाना खर्च करती है।”
इसे भी पढ़ें
झारखंड दौरे पर हिमंता बिस्वा सरमा, आदिवासी नेताओं से घर जाकर कर रहे हैं मुलाकात