इटकी (रांची)। झारखंड में मानसून प्रवेश को एक माह पूरा हो गया है। आषाढ़ बीत गया, लेकिन झारखंड सूखा है। क्योंकि, मात्र सिमडेगा में सामान्य वर्षापात के करीब बारिश हुई है।
अब लोगों को सावन से ही उम्मीद बंधी है। सावन की शुरुआत मानसून के सक्रिय होने से हो रही है।
ऐसे में सावन में बारिश का कोटा पूरा होने की उम्मीद जताई जा रही है। सावन में सामान्य बारिश नहीं हुई तो झारखंड में सूखा पड़ना तय है।
झारखंड में 20 जुलाई तक 391.8 एमएम बारिश होनी चाहिए थी, लेकिन मात्र 192.3 एमएम बारिश हुई है। अभी भी 51 प्रतिशत बारिश कम है। इससे किसानों के माथे पर बल पड़ रहे हैं।
क्योंकि, खेतों में अभी भी बिचड़े पूरी तरह तैयार नहीं हुए हैं। कुछ ही जिलों में धान की रोपनी शुरू हुई है। अधिकतर जिलों में रोपनी की शुरुआत नहीं हुई है।
रांची जिले में 406.4 एमएम बारिश होनी थी, लेकिन 187.3 एमएम ही बारिश हुई है। 54 प्रतिशत बारिश कम हुई है।
मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी में बन रहे निम्न दबाव की वजह से अगले तीन से चार दिनों तक मानसून सक्रिय रहेगा।
इस दौरान 22 से 24 जुलाई तक रांची सहित राज्य के अधिकतर क्षेत्रों में कहीं मध्यम तो कहीं भारी बारिश होने की संभावना है।
23 जुलाई तक के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है। रांची जिले में 25 जुलाई तक लगातार बारिश की संभावना व्यक्त की गई है।
इसे भी पढ़ें