Arjun Munda:
रांची। पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने झारखंड की मौजूदा सरकार की नीतियों पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने हाल ही में हुए शराब घोटाले को लेकर राज्य को “दुर्भाग्यपूर्ण” बताया और सवाल उठाया कि क्या जनजातीय क्षेत्रों में शराब से टैक्स वसूलकर राज्य का विकास संभव है। उन्होंने स्पष्ट किया कि झारखंड जैसे संवेदनशील राज्य में इस तरह की नीति जनहित के खिलाफ है।
Arjun Munda: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने को लेकर क्या कहा अर्जुन मुंडा ने
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की संभावनाओं पर जब उनसे सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि यह “सांगठनिक विषय” है और इस पर सार्वजनिक रूप से टिप्पणी करना उचित नहीं होगा। उन्होंने बताया कि पार्टी के अंदर प्रक्रियाएं चल रही हैं और कार्यकर्ताओं को केंद्र में रखकर ही निर्णय लिए जाएंगे।
Arjun Munda: ट्राइबल एडवाइजरी काउंसिल पर भी उठाया सवाल
मुंडा ने ट्राइबल एडवाइजरी काउंसिल (TAC) की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए और कहा कि जनजातीय क्षेत्रों में कोई भी नीति लागू करने से पहले गहन विचार-विमर्श ज़रूरी है। TAC का गठन इसी उद्देश्य से हुआ था कि आदिवासी समाज की पारंपरिक व्यवस्था और अधिकारों की रक्षा की जा सके।
Arjun Munda: सरना धर्म कोड को बताया आदिवासी समाज की धार्मिक पहचान
सरना धर्म कोड को उन्होंने सामाजिक मुद्दा बताया और कहा कि आदिवासी समाज की धार्मिक पहचान की रक्षा होनी चाहिए। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि जो लोग आदिवासी धर्म छोड़कर दूसरे धर्म में चले गए हैं, उनके आरक्षण के अधिकारों पर पुनर्विचार किया जाना चाहिए।
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