Anil Tiger Murder Case: कोलकाता में बनी थी हत्या की योजना
रांची। बीजेपी नेता अनिल टाइगर हत्याकांड की गुत्थी रांची पुलिस ने सुलझा ली है। इस मामले में रांची पुलिस ने पांच अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इनमें पुन्दाग का अमन सिंह, पुरानी रांची का जिसान अख्तर उर्फ जिसु, किशोरगंज का मनीष चौरसिया, हिन्दपीढ़ी सेकेण्ड स्ट्रीट का अजय रजक उर्फ गोलू और I.S.M चौक का रोहित वर्मा शामिल हैं।
यह जानकारी डीआईजी सह एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने मीडिया को दी। उन्होंने बताया कि अनिल टाइगर की हत्या की योजना कोलकाता में बनी थी। मुख्य साजिशकर्ता देवब्रत नाथ शाहदेव ने अनिल की हत्या की सुपारी सूरज सिन्हा को दी थी। फिर सूरज ने कोलकाता में पूरी योजना अमन सिंह और रोहित वर्मा के साथ मिलकर तैयार की। इसके एवज में दोनों शूटर को दो लाख रुपये भी ऑनलाईन ट्रांसफर किये गये थे।
Anil Tiger Murder Case: अनिल और देवव्रत के बीच चल रहा था विवादः
अनुसंधान में यह सामने आया है कि अनिल टाइगर और देवव्रत नाथ शाहदेव के बीच चामगुरु मौजा की 10 एकड़ विवादित भूमि को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। अनिल महतो ने ग्रामीणों के सहयोग से इस जमीन पर देवव्रत के कब्जे का लगातार विरोध किया था, जिससे देवव्रत क्षुब्ध था। अगस्त 2023 में जबरन भूमि पर दीवार खड़ी करने से अनिल महतो ने रोका था। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच बैठकें भी हुईं, लेकिन कोई समाधान नहीं निकल पाया।
Anil Tiger Murder Case: 50 हजार प्रति डिसमिल मांग रहा था अनिलः
दिसंबर 2023 में एक बैठक के दौरान अनिल टाइगर ने प्रति डिसमिल 50 हजार की मांग रखी थी, जिसे लेकर विवाद बढ़ा और कथित रूप से देवव्रत ने पिस्टल तक तान दी थी। इसके बाद देवव्रत नाथ शाहदेव ने विवादित भूमि पर संसदीय मद से एप्रोच रोड बनवाने की योजना बनाई थी। जब रांची के सांसद शिलान्यास के लिए वहां पहुंचे, तो अनिल टाइगर ने इसका विरोध किया। विरोध के चलते सांसद को कार्यक्रम रद्द कर वापस लौटना पड़ा, जिससे देवव्रत और भी नाराज था।
Anil Tiger Murder Case: 12 मार्च को बनी थी हत्या की योजनाः
SIT की रिपोर्ट के अनुसार, देवव्रत ने अनिल टाइगर को रास्ते से हटाने के लिए रांची के अपराधी अभिषेक सिन्हा उर्फ सूरज सिन्हा को हत्या की सुपारी दी। हत्या की योजना कोलकाता के उल्टाडांगा इलाके में 12 मार्च को बनी। इसमें रोहित वर्मा और अमन सिंह जैसे शूटर शामिल थे। हत्या के एवज में 2 लाख की रकम तय हुई थी, जिसमें से 50 हजार UPI के जरिए शूटरों को ट्रांसफर किये गये।
Anil Tiger Murder Case: पहले रेकी की, फिर मारी गोलीः
शूटर अमन सिंह और रोहित वर्मा 18 मार्च को कोलकाता से रांची पहुंचे और होटल में रुके। 26 मार्च को जब अनिल टाइगर अपने घर से स्कॉर्पियो से निकले, तो उनकी रेकी अजय रजक द्वारा की गई। फिर अपाचे बाइक से पीछा कर कांके चौक के पास उन्हें गोली मार दी गई।
हत्या के लिए होंडा साइन बाइक और एक पिस्टल का प्रयोग हुआ, जिसे बरामद कर लिया गया है। आरोपियों में शामिल रोहित वर्मा और अमन सिंह का आपराधिक इतिहास रहा है, जिन पर बालीडीह, सुखदेव नगर, कुडू, कोतवाली और पिठोरिया थाना क्षेत्रों में हत्या, रंगदारी, हथियार और विस्फोटक अधिनियम से जुड़े कई गंभीर मामले दर्ज हैं।
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