Amit Shah’s big claim:
पटना, एजेंसियां। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार के सारण जिले में शुक्रवार को आयोजित जनसभा में जोरदार चुनावी रैली की। उन्होंने कहा कि इस बार बिहार में एनडीए सरकार 20 सालों में सबसे बड़े बहुमत के साथ सत्ता में आएगी। अमित शाह ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि लालू-राबड़ी के राज में बिहार ‘जंगलराज’ का शिकार था, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में यह राज्य सुरक्षित और विकसित हुआ है। उन्होंने लोगों से एनडीए को फिर से सत्ता में लाने की अपील की।
शाह ने जनसभा में कहा
शाह ने जनसभा में उपस्थित लोगों को अभिवादन करते हुए कहा कि “जनसभा में आए आप सभी लोग NDA सरकार की संकल्पना लीजिए, क्योंकि सारण से शुरू होने वाला प्रचार विजय की ओर जाता है।” उन्होंने बिहार में हर आदमी के चार दिवाली मनाने की कल्पना का उदाहरण देते हुए बताया कि पहली दिवाली राम वनवास समाप्ति, दूसरी दिवाली दीदी के खाते में 10 हजार रुपये, तीसरी दिवाली GST बचत उत्सव और चौथी दिवाली NDA की भारी बहुमत वाली सरकार के रूप में मनाई जाएगी।
केंद्रीय गृह मंत्री ने ऑपरेशन सिंदूर का किया उल्लेख
केंद्रीय गृह मंत्री ने ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख करते हुए दावा किया कि UPA के शासनकाल में आतंकवादी खून की होली खेलते थे, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पाकिस्तान में घुसकर आतंकी शिविरों को तबाह किया गया और आतंकियों को मार गिराया गया। उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर और पुनौरा धाम में माता सीता मंदिर निर्माण का उदाहरण देते हुए कहा कि मोदी-नीतीश की जोड़ी बिहार के विकास और सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।
अमित शाह ने RJD और कांग्रेस पर भी कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि RJD ने शहाबुद्दीन के बेटे को टिकट दिया है, जिससे यह साबित होता है कि लालू-राहुल की कंपनी का ‘जंगलराज’ फिर से वापस आ सकता है। उन्होंने जनता से भरोसा मांगा कि NDA को फिर से जिताकर बिहार को सुरक्षित रखना है।
शाह ने यह भी कहा
शाह ने यह भी कहा कि एनडीए की सरकार ने अपराध और पलायन को रोककर बिहार में स्थिरता और विकास सुनिश्चित किया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि बिहार की जनता फिर से NDA को सत्ता में लाकर लालू-राहुल कंपनी का शासन वापस नहीं आने देगी। इस अवसर पर बड़ी संख्या में लोगों की उपस्थिति ने अमित शाह के शब्दों को और भी प्रभावशाली बना दिया।
यह जनसभा एनडीए के चुनाव प्रचार में सारण जिले से एक महत्वपूर्ण शुरुआत के रूप में देखी जा रही है, जिसमें अमित शाह ने विकास, सुरक्षा और बीजेपी-केंद्रित राष्ट्रीय मुद्दों को जोर देकर उठाया।
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