Amarnath Yatra:
श्रीनगर, एजेंसियां। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा है कि इस साल अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से शुरू होकर 9 अगस्त तक चलेगी। उन्होंने बताया कि यात्रा को और बेहतर बनाने के लिए श्राइन बोर्ड ने सुविधाओं का विस्तार और अपग्रेड किया है। दोनों मुख्य रूटों पर ट्रैक को चौड़ा कर 12 फीट किया गया है, जो पहले सिर्फ 5 फीट था।
Amarnath Yatra: रजिस्ट्रेशन पर बोले LG
मनोज सिन्हा ने माना कि इस बार यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन पिछले साल की तुलना में कम हुए हैं। 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद रजिस्ट्रेशन में थोड़ी गिरावट आई है। पिछले साल 5.12 लाख तीर्थयात्रियों ने यात्रा की थी, जबकि इस बार 30-40 हजार कम रजिस्ट्रेशन हो रहे हैं। हालांकि, पिछले कुछ दिनों में रद्द किए गए रजिस्ट्रेशन फिर से बढ़ रहे हैं और अब तक करीब 80 हजार तीर्थयात्रियों ने अपनी यात्रा की पुष्टि की है।
Amarnath Yatra: सुरक्षा और सुविधाओं का जायजा
सिन्हा ने बताया कि सुरक्षा को लेकर कड़े इंतजाम किए गए हैं। इस बार तीन स्तर की सुरक्षा व्यवस्था की गई है और जम्मू-कश्मीर पुलिस की तैनाती पिछले साल से ज्यादा है। सुरक्षा कारणों से हेली यात्रा सेवा इस बार रोक दी गई है। उपराज्यपाल ने कहा कि यह रोकना जरूरी था क्योंकि सुरक्षा स्थिति को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया है। हेली सेवा का इस्तेमाल कुल यात्रियों का केवल 8% करता है, इसलिए इससे ज्यादा असर नहीं पड़ेगा।
Amarnath Yatra: स्वच्छता और अन्य व्यवस्थाएं
अमरनाथ यात्रा को कचरा मुक्त बनाने के लिए भी विशेष प्रयास किए गए हैं। ट्रैक के दोनों तरफ सफाई का खास ध्यान रखा जा रहा है। ग्रामीण और शहरी विकास विभाग सक्रिय हैं। साथ ही, स्वास्थ्य सुविधाओं को भी अपग्रेड किया गया है। RFID टैग, लाइव फीड कैमरे और कमांड कंट्रोल रूम जैसी तकनीकों का उपयोग सुरक्षा और निगरानी के लिए किया जाएगा।
Amarnath Yatra: प्राकृतिक आपदाओं से बचाव
घाटी में खराब मौसम को देखते हुए यात्रियों के लिए बेहतर आवास की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही आपात स्थिति के लिए बचाव टीमें भी तैनात की गई हैं।
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