Amarnath pilgrims:
जम्मू एजेंसियां। अमरनाथ यात्रा के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 14 अप्रैल 2025 से शुरू हुआ। शुरू के 6 दिनों में ही 2.36 लाख लोगों ने रजिस्ट्रेशन करा लिया था। 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम हमले के बाद रजिस्ट्रेशन की रफ्तार घट गई। उसके बाद 30 जून तक 3.50 लाख लोगों ने ही रजिस्ट्रेशन कराया है।
Amarnath pilgrims:पिछले साल 5 लाख से ज्यादा लोगों ने की थी यात्राः
2024 में 5.12 लाख श्रद्धालुओं ने यात्रा की थी। पिछले 12 साल में ये संख्या सबसे ज्यादा थी। इस साल 20% कम रजिस्ट्रेशन हुआ है। वहीं, जिन 2.36 लाख लोगों ने 22 अप्रैल से पहले रजिस्ट्रेशन कराया था, उनमें से अब तक सिर्फ 85,000 लोगों ने यात्रा की प्रॉसेस पूरी की है।
Amarnath pilgrims:पारंपरिक है पहलगाम रूटः
सोशल एक्टिविस्ट राजेश कौल बताते हैं कि पहलगाम हमले की वजह से लोग डर रहे हैं। हालांकि, यात्रा के लिए पहलगाम रूट को वो आस्था के लिहाज से सबसे अहम बताते हैं। वे कहते हैं, ‘पहलगाम वाला रूट पारंपरिक और हजारों साल पुराना है।’
Amarnath pilgrims:LG बोले- पहलगाम हमले ने रजिस्ट्रेशन पर असर डालाः
जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी यात्रा में घटी श्रद्धालुओं की संख्या को पहलगाम हमले का असर मानते हैं। वे कहते हैं, ‘पिछले साल 5.12 लाख से ज्यादा तीर्थयात्रियों ने रिकॉर्ड तोड़ा था। इस साल पहलगाम आतंकी हमले के बाद रजिस्ट्रेशन में कमी आई है। इसमें कोई शक नहीं कि आतंकी घटना ने जम्मू-कश्मीर का माहौल प्रभावित किया है।’ हालांकि मुझे उम्मीद है कि यात्रा का सफल आयोजन लोगों का भरोसा बहाल करेगा और हालात सुधरेंगे। हमने सुरक्षा के लिहाज से मल्टी-लेयर सिक्योरिटी के इंतजाम किए हैं। इसमें जम्मू-कश्मीर पुलिस, केंद्रीय अर्धसैनिक बल और सेना मिलकर काम कर रहे हैं।
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