Akhilesh Yadav:
नई दिल्ली,एजेंसियां। इंडिया गठबंधन के 25 विपक्षी दलों के 300 से अधिक सांसद सोमवार को संसद से चुनाव आयोग के मुख्यालय तक मार्च कर रहे हैं। इस प्रदर्शन का मुख्य कारण 2024 के लोकसभा चुनावों में वोट चोरी का आरोप और बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) का विरोध है।समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और लोकसभा सांसद अखिलेश यादव ने विरोध के दौरान दिल्ली पुलिस द्वारा लगाई गई बैरिकेडिंग पर चढ़कर मार्च आगे बढ़ाया। इस दौरान उनके साथ कांग्रेस के राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा समेत अन्य विपक्षी नेता भी मौजूद थे।
अखिलेश यादव ने कहा
अखिलेश यादव ने कहा, “चुनाव आयोग संवैधानिक संस्था है, लेकिन इसका राजनीतिक इस्तेमाल हो रहा है। बिहार में गरीब, दलित, अल्पसंख्यक और विपक्ष समर्थक मतदाताओं के नाम जानबूझकर हटाए जा रहे हैं, जो लोकतंत्र पर हमला है।” उन्होंने उत्तर प्रदेश के कुछ उपचुनावों में भी “चुनाव लूटने” के आरोप लगाए।
विपक्ष का दावा
विपक्ष का दावा है कि बिहार में 7.9 करोड़ मतदाताओं की जांच के दौरान बिना ठोस कारण नाम हटाए जा रहे हैं, जो लोकतंत्र की हत्या है। कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने इसे चुनाव से पहले सबसे बड़ा धोखा बताया।
वहीं सत्ता पक्ष ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यह एक नियमित प्रक्रिया है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, “मतदाता सूची की शुद्धता सुनिश्चित करना चुनाव आयोग की जिम्मेदारी है। विपक्ष को विदेशी नागरिकों की चिंता है।”
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