आजसू पार्टी ले सकती है बड़ा फैसला
रांची। गिरिडीह लोकसभा सीट से लगातार दूसरी बार चुनाव जीतने में सफल रहे आजसू सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी नाराज हैं।
मोदी 3.0 के मंत्रिमंडल गठन के बाद से ही वह नाराज हैं। उनका कहना है कि एनडीए के घटक दलों की बैठक में सभी को उचित प्रतिनिधित्व देने की बात कही गयी थी, लेकिन मंत्रिमंडल में आजसू पार्टी को दरकिनार कर दिया गया।
गठबंधन धर्म के तहत सभी दल को सम्मान मिलना चाहिए और पार्टी स्तर पर हम सभी इस मामले पर विचार कर आगे की रणनीति तय करेंगे।
सुदेश महतो का नहीं आया कोई बयान
चंद्रप्रकाश चौधरी ने कहा कि क्षेत्र के कार्यकर्ता और शुभचिंतक फोन कर यही पूछ रहे थे कि मीडिया में अंत तक आपका नाम चलता रहा, फिर आपके नाम को कैसे ड्रॉप किया गया।
बता दें कि आजसू और भाजपा का गठबंधन बहुत पुराना है। आजसू पार्टी कई सीटों पर हार-जीत में निर्णायक भूमिका अदा करती रही है।
झारखंड में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं और ऐसे में आजसू के सांसद की नाराजगी सामने आयी है।
हालांकि इस मामले में आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो की तरफ से कोई बयान सामने नहीं आया है।
हालांकि झारखंड के राजनीतिक हलकों में अब चंद्रप्रकाश की नाराजगी की चर्चा जोर पकड़ने लगी है।
बीजेपी के विरोधी दल भी इस पर नजर बनाये हुए हैं। वे इस नाराजगी को अपने लिए अवसर बनाने में जुट गये हैं।
बीते सोमवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने भी इसे लेकर बीजेपी पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि चंद्रप्रकाश को मंत्रिमंडल में शामिल नहीं कर झारखंड का अपमान किया गया है। इसी बहाने उन्होंने आजसू का तार भी छेड़ने की कोशिश कर दी है।
इतना तो तय है कि बीजेपी को पिछले विधानसभा चुनाव का सबक याद ही होगा और वह इस विधानसभा चुनाव से पहले आजसू की नाराजगी नहीं लेना चाहेगी।
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