बेंगलुरु, एजेंसियां। बेंगलुरु में AI इंजीनियर अतुल सुभाष की खुदकुशी का मामला गरमा गया है। इस मामले में अतुल की पत्नी और सास समेत 4 लोगों पर FIR हुई है।
अतुल ने इन पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए 9 दिसंबर को सुसाइड किया था। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की रिपोर्ट के मुताबिक, 2022 में 1 लाख 71 हजार सुसाइड केस सामने आए।
इनमें 1.22 लाख पुरुष और 48 हजार महिलाएं थीं। 83 हजार शादीशुदा पुरुषों ने सुसाइड किया था, जो कि कुल सुसाइड का 67% है। इस साल 30 हजार शादीशुदा महिलाओं ने भी आत्महत्या की थी।
कंगना का बयान:
इंजीनियर सुसाइड केस पर सांसद कंगना रनोट ने लोकसभा के बाहर कहा, ‘सुभाष का वो वीडियो दिल दहलाने वाला है। ऐसी घटना से निपटने के लिए एक अलग बॉडी बनानी चाहिए।
एक गलत महिला का उदाहरण लेकर जितनी महिलाओं को हर दिन प्रताड़ित किया जा रहा है, हम उसे नहीं झुठला सकते। 99% शादियों में पुरुषों का ही दोष होता है। इसीलिए ऐसी गलतियां भी हो जाती हैं।’
SC ने कहा- घरेलू प्रताड़ना की धारा पत्नी के लिए हथियार बनी:
सुप्रीम कोर्ट में 10 दिसंबर को पारिवारिक विवाद से जुड़े 2 मामलों की सुनवाई हुई। जस्टिस बीवी नागरत्ना और जस्टिस एन. कोटिश्वर सिंह की बेंच ने एक केस खारिज करते हुए कहा, ‘धारा 498-A (घरेलू प्रताड़ना) पत्नी और उसके परिजनों के लिए हिसाब बराबर करने का हथियार बन गई है।’
वहीं जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस प्रसन्ना बी की बेंच ने एक मामले में आदेश दिया कि पति अपनी पत्नी और बच्चों को 5 करोड़ रुपए का गुजारा-भत्ता दे।
इसे भी पढ़े
महालक्ष्मी मर्डरः आरोपी का भाई बोला- ब्लैकमेल करती थी, सोने की चेन, 7 लाख रुपए लिए