Ahmedabad palne crash:
नई दिल्ली, एजेंसियां। 12 जून 2025 को अहमदाबाद एयरपोर्ट पर एयर इंडिया का एक बोइंग विमान दर्दनाक हादसे का शिकार हो गया, जिसमें 242 यात्रियों में से 241 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 12 क्रू मेंबर भी शामिल थे। इस भयावह दुर्घटना के बाद एयर इंडिया एक बड़े संकट से जूझ रही है। ऐसे मुश्किल समय में टाटा ग्रुप के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने खुद एयर इंडिया के संचालन की कमान संभाल ली है। उन्होंने रोजाना के ऑपरेशंस, सुरक्षा समीक्षा, सरकारी स्तर पर संवेदनशील मामलों, फ्लाइट मेंटिनेंस और कर्मचारियों के कल्याण जैसे अहम मसलों पर सीधा ध्यान देना शुरू कर दिया है।
Ahmedabad palne crash: टाटा ग्रुप के इतिहास
टाटा ग्रुप के इतिहास में यह कोई पहली बार नहीं है जब संकट की घड़ी में चेयरमैन ने नेतृत्व किया हो। 1989 में टाटा स्टील में आग लगने से लेकर 26/11 के ताज होटल हमले और टाटा फाइनेंस घोटाले तक, हर कठिन घड़ी में जे.आर.डी. टाटा और रतन टाटा जैसे दिग्गजों ने खुद मोर्चा संभाला। अब एन. चंद्रशेखरन भी उसी परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं।
Ahmedabad palne crash: रिपोर्ट्स के अनुसार
रिपोर्ट्स के अनुसार, एयर इंडिया के CEO कैम्पबेल विल्सन अब एन. चंद्रशेखरन के साथ मिलकर रेगुलेटरी मसलों और रणनीतिक योजनाओं पर काम कर रहे हैं। ग्रुप के अधिकारियों का मानना है कि एयर इंडिया की मौजूदा स्थिति में तुरंत निर्णय और कठोर कार्रवाई की आवश्यकता है, जिसे एन. चंद्रशेखरन जैसे अनुभवी लीडर ही प्रभावी ढंग से संभाल सकते हैं।
Ahmedabad palne crash: चंद्रशेखरन को कंपनी के सिस्टम की है गहरी समझ
एयर इंडिया के मुख्यालय से पहले भी काम कर चुके चंद्रशेखरन को कंपनी के सिस्टम की गहरी समझ है। यही कारण है कि ग्रुप का मानना है कि इस समय एयर इंडिया को पुनः स्थापित करने और जनता का भरोसा जीतने के लिए चेयरमैन का सीधा नेतृत्व बेहद जरूरी है। घटना के बाद एयर इंडिया ने मृतकों के परिवारों को ₹1 करोड़ की सहायता राशि देने का ऐलान किया है। अब पूरी जिम्मेदारी एयर इंडिया की साख को दोबारा कायम करने की है और इसके लिए टाटा ग्रुप ने अपने सबसे अनुभवी हाथ को आगे किया है।
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