Disaster in Uttarkashi:
लखनऊ, एजेंसियां। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली गांव में मंगलवार को अचानक बादल फटने से खीर गंगा नदी में आई भीषण बाढ़ ने भारी तबाही मचा दी, जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई और करीब 400 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है। इस आपदा के बाद राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) और भारतीय सेना के साथ-साथ इंडियन एयर फोर्स (IAF) भी बचाव और राहत कार्यों में जुटी हुई है। भारतीय सेना ने इस विनाशकारी बादल फटने के बाद एक त्वरित और समन्वित मानवीय सहायता एवं आपदा राहत अभियान शुरू किया है।
अभियान में 225 से अधिक सैनिक
इस अभियान में 225 से अधिक सैनिक, जिनमें पैदल सेना और इंजीनियरिंग टीमें शामिल हैं, क्षेत्र में तैनात हैं, जहां कई सड़कों के टूटने और एक पुल के गिरने के कारण धराली क्षेत्र उत्तर और दक्षिण दोनों तरफ से कट गया है। भारतीय सेना की सात टीमें टेकला के पास रीको रडार के साथ खोज, बचाव और राहत कार्यों में लगी हैं, वहीं हर्षिल में खोज एवं बचाव कुत्ते भी तैनात किए गए हैं। इस कठिन परिस्थिति में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पीड़ितों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं और राहत के लिए हेली सेवा प्रदान करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि आपदा ने पूरी तरह से गांव को तबाह कर दिया है, लेकिन सरकार और प्रशासन हरसंभव मदद के लिए प्रतिबद्ध हैं।
उत्तराखंड के सांसद
इसी बीच उत्तराखंड के सांसद अजय भट्ट, माला राज्य लक्ष्मी शाह, त्रिवेन्द्र सिंह रावत और अनिल बलूनी ने इस आपदा की जानकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दी और राहत कार्यों में तत्काल सहायता की मांग की। भारतीय वायु सेना भी बचाव कार्यों में तेजी से जुटी हुई है। प्रशासन और बचाव दल लगातार प्रभावित इलाकों में राहत सामग्री पहुंचाने, फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने और पुनर्वास के कार्यों को अंजाम दे रहे हैं। इस आपदा ने धराली सहित आसपास के गांवों में भारी नुकसान पहुंचाया है, लेकिन राहत और पुनर्वास कार्यों के साथ स्थानीय प्रशासन और केंद्रीय बल प्रभावितों की मदद के लिए पूरी ताकत लगा रहे हैं।
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