अयोध्या, एजेंसियां। अयोध्या में प्रभु राम के विराजमान होने के बाद संपूर्ण मंदिर का निर्माण कार्य तेजी के साथ किया जा रहा है। मंदिर को जनवरी 2025 से पहले पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
राम मंदिर परिसर में रामलला के अलावा और भी मंदिरों का निर्माण किया जाएगा जिनमें प्रमुख रूप से रामचरितमानस के रचयिता गोस्वामी तुलसीदास का मंदिर भी शामिल है।
राम मंदिर परिसर में जिसमें प्रधान देवता के रूप में गणपति , माता सीता, महर्षि वाल्मीकि, माता शबरी, निषाद राज व जटायु, संत तुलसी दास का भी मंदिर बनेगा।
साथ ही परिसर में स्थित कुबेर टीला पर भगवान शिव पहले से ही विराजमान हैं। ट्रस्ट के अनुसार भव्य राम मंदिर व मंदिर के परकोटे पर 33 कोटि देवी देवताओं की प्रतिमाओं का भी दर्शन होगा।
रामचरित मानस के रचनाकार गोस्वामी तुलसीदास महाराज के प्रति सम्मान और श्रद्धा व्यक्त करते हुए श्री राम जन्मभूमि परिसर में उन्हें भी स्थान देने का निर्णय राम मंदिर ट्रस्ट ने लिया है।
गोस्वामी तुलसीदास के प्रतिमा की स्थापना यात्री सुविधा केंद्र में की जाएगी। इसके अलावा राम मंदिर परिसर में 7 और मंदिरों का निर्माण किया जाएगा जिसमें महर्षि अगस्त,महर्षि विश्ववामित्र, महर्षि वाल्मीकि, महर्षि वशिष्ठ के अलावा माता शबरी, निषाद राज और देवी अहिल्या के भी मंदिर भी शामिल है।
यात्री सुविधा केंद्र के पास बनेगा मंदिर
भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष निपेद्र मिश्रा ने बताया कि राम मंदिर परिसर में प्रभु राम के मंदिर के साथ-साथ अब श्री रामचरितमानस के रचयिता गोस्वामी तुलसीदास की सम्मान में यात्री सुविधा केंद्र में गोस्वामी तुलसीदास की एक भव्य प्रतिमा स्थापित की जाएगी जिसको लेकर बैठक में निर्णय लिया गया। मंदिर का निर्माण जल्द किया जाएगा।
इसे भी पढ़ें
..तो राम मंदिर में बंद हो जायेंगे दर्शन और पूजन, बोले मंदिर के मुख्य पुजारी