Monsoon session:
नई दिल्ली, एजेंसियां। संसद के मानसून सत्र में लगातार हो रहे विपक्षी हंगामे के चलते लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही ठप है। इसी बीच दमन और दीव से निर्दलीय सांसद उमेश भाई पटेल ने एक बड़ा बयान देते हुए मांग की है कि जब सदन नहीं चलता, तब सांसदों को भत्ता नहीं मिलना चाहिए।
उमेश पटेल ने संसद भवन परिसर में कहा
उमेश पटेल ने संसद भवन परिसर में विरोध प्रदर्शन करते हुए कहा, “सत्ता और विपक्ष दोनों के अहंकार के कारण सदन नहीं चल रहा है। सांसदों को भत्ते मिल जाते हैं, लेकिन जनता का काम नहीं हो पा रहा है। ये जनता के साथ अन्याय है।” उन्होंने यह भी कहा कि सरकार और विपक्ष दोनों ही इस स्थिति के लिए जिम्मेदार हैं।
विपक्ष की मांग
विपक्षी दल इस बार बिहार में चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान (SIR) पर चर्चा की मांग को लेकर हंगामा कर रहे हैं। उनका आरोप है कि इस अभियान के तहत करीब 65 लाख वोटरों के नाम वोटर लिस्ट से हटा दिए गए हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि अगर सरकार SIR पर चर्चा नहीं कराती, तो इसका मतलब है कि वह लोकतंत्र में विश्वास नहीं करती।
चुनाव आयोग का मामला
सरकार का कहना है कि SIR का फैसला चुनाव आयोग का है, और वह एक स्वतंत्र संस्था है। ऐसे में सरकार इस पर सदन में जवाबदेह नहीं हो सकती। लेकिन विपक्ष का रुख साफ है जब तक चर्चा नहीं होती, सदन नहीं चलने देंगे।
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