Thailand-Cambodia war:
बैंकॉक, एजेंसियां। गुरुवार को थाईलैंड और कंबोडिया के बीच शुरू हुआ सीमा विवाद अब बेहद घातक रूप ले चुका है। दोनों देशों के बीच एक दशक में सबसे खूनी सीमा संघर्ष में 100,000 से अधिक लोग बॉर्डर इलाका छोड़कर पलायन कर गए हैं। मरने वालों की संख्या बढ़कर 14 हो गई है, जिनमें 13 नागरिक और 1 सैनिक शामिल हैं। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने दोनों देशों से जंग को तुरंत रोकने की अपील की है।
बॉर्डर पर तनाव और पलायन की स्थिति:
थाईलैंड के आंतरिक मंत्रालय के अनुसार, चार सीमावर्ती प्रांतों से 100,000 से अधिक लोग विस्थापित हो गए हैं और उन्हें लगभग 300 अस्थायी आश्रयों में भेजा गया है। कंबोडियाई शहर समरांग से भी तोपखाने की आवाजें सुनाई दी हैं, और युद्ध की स्थिति गंभीर होती जा रही है। बता दें कि थाईलैंड के सीमा से 20 किलोमीटर दूर कंबोडिया में लोग डर के मारे आश्रय स्थलों की ओर भाग रहे हैं। विस्थापित लोग अपने बच्चों और सामानों के साथ बौद्ध मंदिरों में शरण ले रहे हैं। 41 वर्षीय प्रो बाक ने बताया, “हम सीमा के पास रहते हैं, और गोलीबारी फिर से शुरू हो गई है। हम नहीं जानते कि घर कब लौट पाएंगे।” सैनिकों को रॉकेट लांचर चलाते हुए और तेजी से सीमा की ओर बढ़ते देखा गया।
सीमा विवाद का इतिहास:
बताते चलें कि यह संघर्ष एक लंबे समय से चल रहे सीमा विवाद का हिस्सा है। दोनों देश 800 किलोमीटर की सीमा साझा करते हैं और कई बार पूर्व में भी झड़पें हो चुकी हैं। 2008 और 2011 के बीच दर्जनों किलोमीटर तक युद्ध हुआ था, जिसमें कम से कम 28 लोग मारे गए थे। 2013 में संयुक्त राष्ट्र की अदालत ने एक फैसला सुनाया था, लेकिन यह विवाद फिर से 2023 में एक नए संघर्ष के रूप में सामने आया, जब एक कंबोडियाई सैनिक की मौत हो गई।
छह प्रमुख स्थानों पर संघर्ष:
गुरुवार को सीमा पर छह प्रमुख स्थानों पर संघर्ष हुआ, जिसमें प्राचीन मंदिरों पर भी हमले हुए। थाईलैंड ने कंबोडिया पर आरोप लगाया कि उसने नागरिक बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया है, जिसमें अस्पताल और पेट्रोल स्टेशन शामिल हैं। वहीं, कंबोडिया ने थाईलैंड पर सीमा पार सैन्य लक्ष्यों को निशाना बनाने का आरोप लगाया है।
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