Gopal Khemka murder case:
पटना, एजेंसियां। गोपाल खेमका हत्याकांड में जांच ने अब रफ्तार पकड़ ली है और कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आ रहे हैं। सूत्रों के अनुसार हत्या से पहले शूटर और दो लाइनर खेमका के आवास से करीब 500 मीटर दूर एक चाय की दुकान पर जुटे थे। यहीं पर उन्होंने चाय पी और फिर अपना-अपना स्थान ले लिया। योजना के मुताबिक, एक शूटर खेमका के आवास के पास पहुंचा, एक लाइनर बांकीपुर क्लब गया और दूसरा बिस्कोमान के आसपास मौजूद था।
गोली लगते ही भागा शूटर
जैसे ही गोपाल खेमका अपने आवास के गेट पर पहुंचे, शूटर ने उन्हें निशाना बनाते हुए गोली चला दी। गोली लगने के बाद वह जेपी गोलंबर से होते हुए जेपी गंगा पथ और फिर जेपी सेतु के जरिए सोनपुर की तरफ भाग निकला।
सीसीटीवी खंगाल रही पुलिस, शूटर विजय पर शक
पुलिस अब पूरे रूट के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। इस मामले में शूटर के रूप में विजय नामक अपराधी का नाम सामने आया है, जो पहले भी हत्या के मामले में वांछित है और बुद्धा कॉलोनी थाने में उसके खिलाफ केस दर्ज है। विजय पहले एक अन्य गैंग से जुड़ा था, अब नए गैंग में शामिल हो गया है। पुलिस का दावा है कि उसकी पहचान कर ली गई है।
अंतिम यात्रा में पहुंचा संदिग्ध, हिरासत में
सबसे चौंकाने वाला मोड़ तब आया जब गोपाल खेमका की शव यात्रा के दौरान रोशन कुमार नाम का एक संदिग्ध युवक माला लेकर शामिल हुआ। एक पुलिसकर्मी को उस पर शक हुआ और उसे गांधी मैदान थाने ले जाया गया। पूछताछ में पता चला कि वह पटना के पुनपुन का निवासी है।
जेल से साजिश? मोबाइल बरामद
इस मामले में पुलिस ने बेउर जेल में बंद कुख्यात अजय वर्मा से भी पूछताछ की है। छापेमारी के दौरान जेल से 3 मोबाइल फोन बरामद किए गए। इस लापरवाही को लेकर जेल आईजी ने तीन कक्षपालों को निलंबित कर दिया है।
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