Iran’s oil exports:
वाशिंगटन, एजेंसियां। ईरान और इस्राइल के बीच हाल ही में हुए युद्धविराम के महज 12 दिन बाद अमेरिका ने एक बार फिर ईरान के तेल निर्यात पर कड़े प्रतिबंध लगा दिए हैं। यह कार्रवाई ईरान के ऊर्जा क्षेत्र को निशाना बनाने वाली अमेरिका की पहली बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। अमेरिका ने इराकी व्यवसायी सलीम अहमद सईद और उनकी संयुक्त अरब अमीरात स्थित कंपनी पर आरोप लगाया है कि उन्होंने ईरानी तेल की तस्करी में भाग लिया और इसे इराकी तेल बताकर बेचा। अमेरिकी ट्रेजरी सचिव स्कॉट बेसेंट ने इस फैसले को उचित ठहराते हुए कहा कि ईरान के नेतृत्व ने शांति का रास्ता छोड़ उग्रवाद को अपनाया है, जिससे देश की स्थिति खराब होती जा रही है।
ईरान ने इस कदम पर दी प्रतिक्रिया
उधर, ईरान ने इस कदम पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह अमेरिका से अप्रत्यक्ष रूप से कतर और ओमान जैसे देशों के माध्यम से संपर्क बनाए हुए है और संकट का कूटनीतिक हल निकालना चाहता है। ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता एस्माईल बाघई ने कहा कि कूटनीति का इस्तेमाल ईमानदारी से होना चाहिए, न कि राजनीतिक हथियार की तरह। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि तेहरान को उसके कूटनीतिक प्रयासों में धोखा दिया गया है।
इस फैसले से दोनों देशों के बीच तनाव
अमेरिका के इस फैसले से दोनों देशों के बीच फिर से तनाव गहराने की आशंका बढ़ गई है और क्षेत्रीय स्थिरता पर भी प्रभाव पड़ सकता है। ईरान की ओर से अब अगली प्रतिक्रिया क्या होगी, इस पर दुनियाभर की निगाहें टिकी हैं।
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