Liquor scam case:
रायपुर, एजेंसियां। छत्तीसगढ़ के चर्चित कारोबारी सिद्धार्थ सिंघानिया को झारखंड ACB ने शराब घोटाले मामले मे गिरफ्तार किया है। सूचना के अनुसार, उसे छतीसगढ़ के रायपुर से ACB ने गिरफ्तार किया है। फिलहाल उसे ACB कोर्ट में पेश करने के लिए ट्रांसिट रिमांड में लेकर रांची लाने कि प्रक्रिया जारी है। बता दें कि ACB की कोर्ट ने सिद्धार्थ के खिलाफ 12 जून को गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। सिद्धार्थ सिंघानिया की उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के पूर्व प्रधान सचिव विनय कुमार चौबे के कार्यकाल में मई 2022 में लागू उत्पादन नीति में सक्रियता थी।
Liquor scam case:शराब दुकानों में मैन पावर सप्लाई की थीः
इस नीति में छत्तीसगढ़ मॉडल का आधार था, और सिद्धार्थ सिंघानिया ने इसमें एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उस समय, उसने झारखंड की खुदरा शराब दुकानों में मैनपॉवर आपूर्ति का ठेका लिया था। बाद में कुछ विवादों के कारण, राज्य सरकार ने उसकी प्लेसमेंट एजेंसियों को ब्लैकलिस्ट कर दिया और उन्हें बाहर कर दिया था।
Liquor scam case:पूछताछ के लिए पेश नहीं हुआ था सिंघानियाः
जब झारखंड में शराब घोटाले का मामला सामने आया, तो एसीबी की टीम सिद्धार्थ सिंघानिया से पूछताछ के लिए समन भेज था, लेकिन वह जांच एजेंसी के सामने पेश नहीं हो रहा था। इसके बाद, एसीबी ने कोर्ट से उसका गिरफ्तारी वारंट जारी कराया और फिर ACB छत्तीसगढ़ जाकर उसे गिरफ्तार कर लिया।
Liquor scam case:अब तक 8 गिरफ्तारीः
ACB ने इस शराब घोटाले मामले में अब तक कुल 8 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें विनय चौबे , गजेंद्र सिंह, सुधीर कुमार, सुधीर कुमार दास, नीरज कुमार सिंह, विनय कुमार सिंह और अमित प्रकाश शामिल हैं।
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