Exam postponed :
रांची। झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा (JTET) 2024 को लेकर बड़ी खबर है। अब तक प्राप्त लगभग 3.50 लाख आवेदनों को शिक्षा विभाग द्वारा रद्द कर दिया गया है। परीक्षा अब नई नियमावली के अनुरूप आयोजित की जाएगी। पूर्व में जारी विज्ञापन निरस्त कर दिया गया है। ऐसे में अभ्यर्थियों को नए सिरे से आवेदन देना होगा।
हालांकि राहत की बात यह है कि जिन उम्मीदवारों ने पहले आवेदन शुल्क जमा किया था, उन्हें दोबारा फीस नहीं देनी पड़ेगी। यह निर्णय शिक्षा विभाग द्वारा गठित विशेष समिति की रिपोर्ट के आधार पर लिया गया है।
Exam postponed :25 वर्षों में सिर्फ दो बार हुई परीक्षा, अब तीसरी में भी देरः
झारखंड राज्य गठन के बाद से अब तक केवल दो बार जेटेट परीक्षा आयोजित हुई है। पहली बार 2013 में परीक्षा हुई थी, जिसमें लगभग 68 हजार अभ्यर्थी सफल हुए थे। दूसरी बार यह परीक्षा 2016 में हुई, जिसमें करीब 53 हजार उम्मीदवारों ने सफलता प्राप्त की थी।
इन दो अवसरों के बाद बीते 9 वर्षों से परीक्षा आयोजित नहीं की गई है। अब तीसरी बार परीक्षा की तैयारी हो रही है, वो भी बदली हुई नियमावली के साथ, जिसके कारण देर हो रही है।
Exam postponed :नई नियमावली में आयु सीमा में विशेष छूट का प्रावधानः
झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा नियमावली 2025 के प्रारूप में कई महत्त्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। इसमें सबसे बड़ा परिवर्तन अधिकतम आयु सीमा को लेकर है। प्रस्तावित मसौदे के अनुसार अभ्यर्थियों को अधिकतम आयु सीमा में 8 वर्षों की विशेष छूट दी जाएगी, लेकिन यह छूट केवल एक बार के लिए मान्य होगी।
वहीं, न्यूनतम आयु सीमा 21 वर्ष निर्धारित की गई है, जिससे स्नातक स्तर पर पढ़ाई पूरी कर चुके युवा इस परीक्षा में शामिल हो सकेंगे।
Exam postponed :पारा शिक्षकों को भी मिला अवसर, 58 वर्ष तक पात्रः
राज्य में कार्यरत पारा शिक्षकों के लिए यह परीक्षा एक नई उम्मीद लेकर आई है। प्रस्तावित नियमावली में यह व्यवस्था की गई है कि पारा शिक्षक अपनी अनुबंध अवधि के अनुसार आयु सीमा में छूट प्राप्त कर सकेंगे। लेकिन यह छूट 58 वर्ष की अधिकतम सीमा तक ही सीमित होगी। इस प्रकार, 58 वर्ष तक के पारा शिक्षक भी जेटेट 2025 में शामिल हो सकेंगे।
Exam postponed :जेटेट प्रमाणपत्र की मान्यता अब आजीवनः
एक और बड़ा निर्णय जेटेट प्रमाणपत्र की वैधता को लेकर लिया गया है। प्रस्तावित नियमों के तहत अब जेटेट परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों को मिलने वाला प्रमाणपत्र आजीवन मान्य होगा। यही नहीं, वर्ष 2013 और 2016 में सफल हुए उम्मीदवारों के प्रमाणपत्र भी अब जीवनभर मान्य रहेंगे।
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