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साहिबगंज। झारखंड के साहिबगंज जिले से शिक्षा व्यवस्था को लेकर हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक छात्रा को मैट्रिक की परीक्षा दिए बिना ही पास घोषित कर दिया गया और उसे मार्कशीट भी दे दी गई। यह मामला पतना प्रखंड के उत्क्रमित उच्च विद्यालय, दिग्घी का है।
Jac board: परीक्षा फार्म भी नहीं भरा थाः
दिग्घी नया टोला निवासी संजय मंडल की बेटी नंदिनी कुमारी फिलहाल 10वीं कक्षा में पढ़ रही है। उसके पिता का कहना है कि इस साल उम्र कम होने की वजह से स्कूल ने उसका फॉर्म नहीं भरवाया था। लेकिन, जब झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) का परिणाम आया तो पता चला कि नंदिनी कुमारी पास हो गई है। उसे 46% अंक मिले हैं और उसका मार्कशीट भी बन गया है।
Jac board: इस वजह से हुई गड़बड़ीः
जांच में पता चला कि उसी स्कूल में एक और छात्रा भी पढ़ती है, उसका नाम भी नंदिनी कुमारी है। वह बरहड़वा प्रखंड के अढ़ाईटीकर गांव की रहने वाली है और उसने परीक्षा दी थी। लेकिन गलती से उसके एडमिट कार्ड और परिणाम में पहली नंदिनी के पिता संजय मंडल और मां रीता देवी का नाम छप गया। परीक्षा देने वाली दूसरी नंदिनी ने बताया कि उसने एडमिट कार्ड मिलने पर इस गड़बड़ी को नहीं समझा और परीक्षा दे दी। अब उसे भी यह नहीं मालूम कि उसके अंक पत्र में कैसे गलती हुई है।
Jac board: प्राचार्या बोली-सुधारा जायेगा रिजल्टः
स्कूल की प्राचार्य पूनम डेजी मरांडी ने माना कि फॉर्म भरने में गलती हुई है और जल्द ही इस त्रुटि को सुधारा जाएगा। वहीं, साहिबगंज के जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) डॉ. दुर्गानंद झा ने कहा कि यह गंभीर चूक है। दोनों छात्राओं के नाम समान होने की वजह से गलती हुई है। जल्द ही मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी और असली छात्रा के प्रमाण पत्र में सुधार किया जाएगा।
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