NPT in parliament:
तेहरान, एजेंसियां। मिडिल ईस्ट में ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते तनाव के बीच अब ईरान की ओर से एक बड़ा परमाणु संकेत सामने आया है। ईरान की संसद (मजलिस) एक ऐसा बिल तैयार कर रही है, जिससे देश को परमाणु अप्रसार संधि (NPT – Non-Proliferation Treaty) से बाहर निकाला जा सके। यदि ऐसा होता है तो यह वैश्विक परमाणु सुरक्षा ढांचे को बड़ा झटका माना जाएगा।
NPT in parliament: सरकारी बयान और प्रस्ताव की स्थिति
ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माइल बाघई ने सोमवार को इस बात की पुष्टि की कि संसद में इस तरह का प्रस्ताव विचाराधीन है, लेकिन साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि ईरान अभी भी परमाणु हथियार निर्माण का पक्षधर नहीं है। ईरान की सरकारी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह प्रस्ताव अभी प्रारंभिक कानूनी प्रक्रिया में है और संसद की ओर से अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है।
NPT in parliament: IAEA की चेतावनी और अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
कुछ दिन पहले ही इंटरनेशनल एटॉमिक एनर्जी एजेंसी (IAEA) ने खुलासा किया था कि ईरान अपने NPT दायित्वों का उल्लंघन कर रहा है। इससे पहले भी IAEA की रिपोर्टों में यह कहा गया था कि ईरान ने यूरेनियम संवर्धन उस स्तर तक कर लिया है, जिससे परमाणु हथियार बनाना संभव है।
NPT in parliament: ईरान का रुख और परमाणु बम की स्थिति
हालांकि, ईरान लंबे समय से यह कहता आया है कि उसका परमाणु कार्यक्रम केवल शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए है, लेकिन पिछले सप्ताह तेहरान की ओर से दिए गए एक बयान में यह कहा गया था कि ईरान अब परमाणु बम बनाने की “कगार” पर है। इससे वैश्विक चिंता और बढ़ गई है।
NPT in parliament: इजरायल से तनाव के बीच उठा मुद्दा
ईरान का यह कदम ऐसे समय में सामने आया है जब वह इजरायल के साथ सीधी टकराव की स्थिति में पहुंच चुका है। दोनों देशों के बीच सैन्य और राजनीतिक तनाव चरम पर है, और ईरान के इस कदम को रणनीतिक दबाव बनाने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है।
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