फिर एक मासूम हुई कुप्रथा की शिकार
धनबाद। झारखंड एक बार दिल दहला देने वाली कुप्रथा का गवाह बना है। धनबाद के तोपचांची थाना क्षेत्र के नेरो पंचायत रंगाडीह गांव में एक डायन-बिसाही से जुड़ी बलि की घटना सामने आई है।
हालांकि पुलिस ने अब तक बलि दिये जाने की पुष्टि नहीं की है, लेकिन हालात चीख-चीख कर यही कह रहे हैं ।
एक मासूम इस कुप्रथा का शिकार हुई है। रंगाडीह गांव के रहने वाले गुजर महतो की 2 साल की मासूम बच्ची लक्ष्मी कुमारी 17 फरवरी से लापता थी।
14 दिनों बाद अब इस मासूम बच्ची का शव गांव के पास ही मिला है। शव क्षत-विक्षत अवस्था में पाया गया है।
इसके तीन टूकड़े किये गये हैं। राजगंज थाना क्षेत्र के महतोटांड स्थित बरडार जोरिया में लापता बच्ची का शव पाया गया। शव मिलने से सनसनी फैल गई।
बच्ची के परिजनों ने गांव के एक व्यक्ति पर हत्या का आरोप लगाया है। बच्ची के परिजन आक्रोशित है, घटनास्थल पर तोपचांची एवं राजगंज पुलिस ग्रामीणों को शांत कराने का प्रयास कर रही है।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक जहां बच्ची का शव मिला है, वहां पूजा स्थल देवान थान है। झाड़ियों में एक पत्थर पर सिंदूर, जेनउ, चावल, मिट्टी हांडी मिली है।
शव के बगल में एक मिट्टी की हाड़ी फोड़ी गई है, बच्ची के दोनों हाथ, पैर, कमर को काटकर फेंक दिया गया था, हत्या से पहले बच्ची का मुंडन किया गया था।
गांव वाले इसे डायन-बिसाही की करतूत बता रहे हैं। उनका कहना है कि बच्ची की बलि दी गई है।
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