Liquor shops:
रांची। झारखंड में शराब व्यापार से जुड़े घोटाले की आंच तेज होती जा रही है। शराब व्यापारी संघ ने राज्य की करीब 1500 शराब दुकानों का ऑडिट रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग की है। संघ के महासचिव सुबोध जायसवाल ने कहा कि इससे प्लेसमेंट एजेंसियों पर बकाया असली आंकड़े सामने आएंगे।
Liquor shops: 300 करोड़ रुपये बकाया
संघ ने आरोप लगाया है कि प्लेसमेंट एजेंसियों पर लगभग 300 करोड़ रुपये का बकाया है, जो अब तक झारखंड बेवरेज कॉरपोरेशन लिमिटेड (JBBCL) के खाते में नहीं जमा किया गया है। साथ ही आशंका जताई गई है कि इन एजेंसियों द्वारा जमा की गई बैंक गारंटी से कहीं अधिक राशि अभी भी बकाया है।
Liquor shops: व्यापारी संघ का कहना है
व्यापारी संघ का कहना है कि सरकार को चाहिए कि वह झारखंड बेवरेज कॉरपोरेशन द्वारा शराब दुकानों को दी गई शराब की मात्रा और उनसे प्राप्त राशि की भी पारदर्शिता के साथ जानकारी सार्वजनिक करे।
महासचिव जायसवाल ने मांग की है कि पूरे मामले की जांच किसी स्वतंत्र एजेंसी से कराई जाए ताकि सच्चाई सामने आ सके और घोटाले में शामिल लोगों पर कड़ी कार्रवाई हो।
संघ का यह कदम राज्य सरकार और संबंधित विभागों पर पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने का दबाव बना रहा है। फिलहाल सरकार की ओर से इस पर कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन बढ़ते दबाव के बीच जल्द कार्रवाई की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
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