दिनांक – 02 अप्रैल 2025
दिन – बुधवार
विक्रम संवत् – 2082
अयन – उत्तरायण
ऋतु – बसन्त
मास – चैत्र
पक्ष – शुक्ल
तिथि – पञ्चमी रात्रि 11:49 तक तत्पश्चात् षष्ठी
नक्षत्र – कृतिका सुबह 08:49 तक तत्पश्चात् रोहिणी
योग – आयुष्मान रात्रि 02:50 अप्रैल 03 तक, तत्पश्चात् सौभाग्य
राहुकाल – दोपहर 12:43 से दोपहर 02:16 तक (अहमदाबाद मानक समयानुसार)
सूर्योदय – 06:31
सूर्यास्त – 06:55 (सूर्योदय एवं सूर्यास्त अहमदाबाद मानक समयानुसार)
दिशा शूल – उत्तर दिशा में
ब्रह्ममुहूर्त- प्रातः 04:58 से प्रातः 05:45 तक (अहमदाबाद मानक समयानुसार)
अभिजीत मुहूर्त – कोई नहीं
निशिता मुहूर्त – रात्रि 12:20 अप्रैल 03 से रात्रि 01:06 अप्रैल 03 तक (अहमदाबाद मानक समयानुसार)
व्रत पर्व विवरण – लक्ष्मी पञ्चमी, सर्वार्थसिद्धि योग (अहोरात्रि)
विशेष – पञ्चमी को बेल खाने से कलंक लगता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंड: 27.29-34)
आर्थिक परेशानी हो तो…
स्कंद पुराण में लिखा है चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी को लक्ष्मी माता के 12 मंत्र बोलकर, शांत बैठकर मानसिक पूजा करे और उनको नमन करें तो उसको भगवती लक्ष्मी प्राप्त होती है, घर में लक्ष्मी स्थायी हो जाती हैं । उसके घर से आर्थिक समस्याएँ धीरे धीरे किनारा करती हैं । बारह मंत्र इस प्रकार हैं –
ॐ ऐश्वर्यै नम:
ॐ कमलायै नम:
ॐ लक्ष्मयै नम:
ॐ चलायै नम:
ॐ भुत्यै नम:
ॐ हरिप्रियायै नम:
ॐ पद्मायै नम:
ॐ पद्माल्यायै नम:
ॐ संपत्यै नम:
ॐ ऊच्चयै नम:
ॐ श्रीयै नम:
ॐ पद्मधारिन्यै नम:
सिद्धिबुद्धिप्रदे देवि भुक्तिमुक्ति प्रदायिनि। मंत्रपूर्ते सदा देवि महालक्ष्मी नमोस्तुते
द्वादश एतानि नामानि लक्ष्मी संपूज्यय पठेत । स्थिरा लक्ष्मीर्भवेतस्य पुत्रदाराबिभिस:
उसके घर में लक्ष्मी स्थिर हो जाती है । जो इन बारह नामों को इन दिनों में पठन करें ।
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