रांची। चंपई सोरेन सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार शुक्रवार 16 फरवरी को होगा। इसके साथ ही वो सारे पेंच खुल जायेंगे, जिनका राज्य की जनता पिछले 15 दिनों से इंतजार कर रही है।
कौन मंत्री बनेगा, कौन डिप्टी सीएम बनेगा और किसे क्या विभाग मिलेगा इन सारे सवालों का जवाब आज मिल जायेगा।
बताते चलें कि 2 फरवरी को झारखंड के नए मुख्यमंत्री के रूप में चंपई सोरेन ने शपथ ली थी। इसके बाद से ही मंत्रिमंडल को लेकर अटकले लग रही हैं।
एक बार मंत्रियों का शपथ ग्रहण कार्यक्रम तय हो जाने बाद भी स्थगित हो गया।
जानकारी के अनुसार अब जो मंत्रिमंडल का नया फामज्ञूला बना है, उसके अनुसार 7-4-1 का समीकरण बन रहा है।
मतलब 7 झामुमो के कोटे से, 4 कांग्रेस के और 1 राजद के कोटे से मंत्री बन सकता है। राजद के सत्यानंद भोक्ता तो मंत्री पद की शपथ मुख्यमंत्री के साथ ही ले चुके हैं।
उनके अलावा कांग्रेस के आलमगीर आलम भी शपथ ले चुके हैं। बाकी कांग्रेस से तीन और झामुमो से 6 विधायक मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं।
कहा जा रहा है कि इस बार राज्य में 12वें मंत्री का पद भरा जा सकता है। इधर, झामुमो ने संकेत दिये हैं कि उनके मंत्रियों में ज्यादा फेरबदल नहीं होने जा रहा है।
बावजूद इसके कुछ और नामों की चर्चा है, जो मंत्री बनाये जा सकते हैं। बसंत सोरेन, स्टीफन मरांडी, सुदिव्य सोनू, मंगल कालिंदी के भी नाम सामने आ रहे है।
कहा जा रहा है कि चंपई सोरेन मंत्रिमंडल में दो उप मुख्यमंत्री हो सकते हैं। कहा जा रहा है कि इनमें से एक नाम बसंत सोरेन का हो सकता है।
दूसरे उप मुख्यमंत्री के लिए आलमगीर आलम के नाम की चर्चा है। मंत्रिमंडल में सीता सोरेन को जगह न देकर किसी आयोग का अध्यक्ष बनाये जाने की चर्चा है।
सबसे ज्यादा पेंच कांग्रेस के कोटे के मंत्रियों में हैं। अब तक कांग्रेस से कोई भी नाम निकल कर सामने नहीं आया है।
सिर्फ अटकलें ही लगाई जा रही हैं। चर्चा यह भी है कि इस बार बादल पत्रलेख और रामेश्वर उरांव मंत्रिमंडल से बाहर हो सकता हैं।
बन्ना गुप्ता को लेकर अभी सिर्फ कयास ही लगाये जा रहे हैं। कांग्रेस से कुछ नये नामों की भी चर्चा हो रही है।
इनमें मांडर की विधायक नेहा शिल्पी, राजेश कच्छप, दीपिका पांडेय और कुमार जयमंगल सिंह के नाम की भी चर्चा है। पार्टी प्रदेश अध्यक्ष ने फिलहाल इस मामले में चुप्पी साध रखी है।
इसे भी पढ़ें