रामगढ़: रामगढ़ पुलिस ने अपराध के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए पांडेय गैंग के 11 और श्रीवास्तव गैंग के 2 अपराधियों को गिरफ्तार किया। ये गैंग माइंस संचालकों, ट्रांसपोर्टरों और ठेकेदारों को धमकाकर रंगदारी वसूल रहे थे, जिससे इलाके में विकास कार्य प्रभावित हो रहे थे।
दरअसल, पांडेय गैंग भुरकुंडा और पतरातू इलाके में सक्रिय है। यह गैंग बरका सयाल ‘डी’ सीसीएल क्षेत्र में सड़क निर्माण कार्यों में रुकावट डाल रहा था। लगातार ठेकेदारों को हथियार दिखाकर धमकाया जा रहा है।
गैंग के सदस्य जेल में बंद सरगना मुकेश साव उर्फ पठान के निर्देश पर काम कर रहे हैं। इसमें सुनील कुमार धमकी देने के लिए फोन का इस्तेमाल करता है, जबकि राजविंदर और मोहित वसूली का काम संभालता था। ये लोग निर्माण स्थलों पर जाकर धमकी भरे वीडियो बनाते और जेल में बंद प्रकाश साव को भेजते हैं।
अमन श्रीवास्तव के कहने पर गोली चली थी
जानकारी के अनुसार, श्रीवास्तव गैंग के दो सदस्यों को अपराध की योजना बनाते हुए पतरातू डैम के पास से हथियार के साथ गिरफ्तार किया है। पकड़े गए अपराधी साहिल सिंह एवं राहुल शर्मा MGCPL कम्पनी के द्वारा किए जा रहे पतरातू रेलवे क्रॉसिंग के पास रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण कार्य पर फायरिंग करने की बात स्वीकार किया है। गिरफ्तार अपराधी कबूला है कि ये फायरिंग जेल में बंद श्रीवास्तव गैंग के अमन श्रीवास्तव एवं शिव शर्मा के कहने पर किया गया है।
हर धमकी के लिए 500 रुपये मिलता था
गिरफ्तार अपराधियों में कई मासिक वेतन पर काम कर रहे हैं। इनमें से आठ बाउंसर के रूप में काम कर रहे हैं, जिन्हें 5,000 रुपये मासिक वेतन और हर धमकी के लिए 500 रुपये दिए जा रहे हैं।
हथियार के साथ 1.41 लाख रुपये बरामद
पुलिस ने इस कार्रवाई में 1,41,000 रुपये नकद, एक पिस्टल और देसी हथियार बरामद किए हैं। पांडेय गैंग अब तक 13 लाख रुपये की वसूली कर चुका है। पुलिस का यह अभियान अपराधियों के हौसले तोड़ने और क्षेत्र में विकास कार्यों को तेज करने में मदद कर रहा है।
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