वन विभाग के साथ जंगल में पुलिस ढूंढ रही पोस्ता
पलामू। बिहार से सटे पलामू के बॉर्डर इलाके में इस साल भी अफीम की खेती हो रही है। पोस्ता के पौधे को अफीम के लिए तैयार होने के पहले ही इसे नष्ट करने की रणनीति पर पलामू पुलिस काम कर रही है।
दिसंबर के महीने से पोस्ता की खेती जंगली इलाके में शुरू हो जाती है। इसे देखते हुए पुलिस ने इसे नष्ट करने का अभियान मनातू थाना क्षेत्र में शुरू कर दिया है। वन विभाग की टीम के साथ पुलिस जवान पोस्ता की फसल खोजने के लिए जंगल की खाक छान रहे हैं।
15 एकड़ में लगी खेती किया नष्टः
मनातू के सिकड़ा और सिकनी गांव के वन क्षेत्र में वन विभाग के साथ मिलकर पुलिस की टीम ने पोस्ता को लेकर बड़ी कार्रवाई करते हुए करीब 15 एकड़ में अफीम की लिए लगाए गए अवैध पोस्ता की खेती को नष्ट कर दिया है।
सिकड़ा के वन क्षेत्र में करीब 10 एकड़ और सिकनी के वन क्षेत्र में लगभग 5 एकड़ में अवैध रूप से अफीम की खेती की जा रही थी।
राज्य मुख्यालय से मिली मददः
मनातू के थाना प्रभारी निर्मल उरांव ने बताया कि पोस्ता की खेती को रोकने के लिए वन विभाग के साथ मिलकर अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के दौरान ट्रैक्टर से रौंद कर अफीम के पौधों को जड़ से उखाड़कर नष्ट कर दिया जा रहा है।
इस साल फरवरी माह में चतरा में अफीम की खेती नष्ट करने गए पुलिस बल पर हुए हमले को देखते हुए राज्य मुख्यालय से सुरक्षा के लिए जारी निर्देशों का पालन करते हुए क्षेत्र में अभियान में शामिल अधिकारी और जवान पहुंच रहे हैं।
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