दिनांक – 03 नवम्बर 2024
दिन – रविवार
विक्रम संवत – 2081
शक संवत -1946
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – हेमंत ॠतु
मास – कार्तिक
पक्ष – शुक्ल
तिथि – द्वितीया रात्रि 10:05 तक तत्पश्चात तृतीया
नक्षत्र – अनुराधा पूर्ण रात्रि तक
योग – सौभाग्य सुबह 11:40 तक तत्पश्चात शोभन
राहुकाल – शाम 04:37 से शाम 06:02 तक
सूर्योदय 06:03
सूर्यास्त -05:45
दिशाशूल – पश्चिम दिशा में
व्रत पर्व विवरण – भाईदूज,यम द्वितीया,चंद्र-दर्शन (शाम 05:47 से 06:47 तक)
विशेष – द्वितीया को बृहती (छोटा बैगन या कटेहरी) खाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
रविवार के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)
रविवार के दिन मसूर की दाल, अदरक और लाल रंग का साग नहीं खाना चाहिए।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्रीकृष्ण खंडः 75.90)
रविवार के दिन काँसे के पात्र में भोजन नहीं करना चाहिए।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्रीकृष्ण खंडः 75)
स्कंद पुराण के अनुसार रविवार के दिन बिल्ववृक्ष का पूजन करना चाहिए। इससे ब्रह्महत्या आदि महापाप भी नष्ट हो जाते हैं।
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