दिनांक – 02 नवम्बर 2024
दिन – शनिवार
विक्रम संवत – 2081
शक संवत -1946
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – हेमंत ॠतु
मास – कार्तिक
पक्ष – शुक्ल
तिथि – प्रतिपदा रात्रि 08:21 तक तत्पश्चात द्वितीया
नक्षत्र – विशाखा 03 नवम्बर प्रातः 05:58 तक तत्पश्चात अनुराधा
योग – आयुष्मान सुबह 11:19 तक तत्पश्चात सौभाग्य
राहुकाल – सुबह 09:32 से सुबह 10:57 तक
सूर्योदय 05:53
सूर्यास्त – 05:50
दिशाशूल – पूर्व दिशा में
व्रत पर्व विवरण – कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा,(पूरा दिन शुभ मुहूर्त),गुजराती नूतन वर्ष वि•स• 2081 प्रारंभ बलि प्रतिपदा,अन्नकूट,गोवर्धन पूजा,गौक्रीडा।
विशेष – प्रतिपदा को कूष्माण्ड (कुम्हड़ा पेठा) न खाएं क्योकि यह धन का नाश करने वाला है (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)
भाईदूईज
03 नवम्बर 2024 रविवार को भाईदूज है।
भाईदूज के दिन भाई, बहेन के घर का ही खाना खाए। ऐसा करने से भाई की आयुवृद्धि होती है। पहला कौर बहेन के हाथ से खाएं। स्कंदपुराण के अनुसार इस दिन जो बहिन के हाथ से भोजन करता है, वह धन एवं उत्तम सम्पदा को प्राप्त होता है।
अगर बहेन न हो तो मुँहबोली बहिन या मौसी/मामा की पुत्री को बहेन मान ले। अगर वह भी न हो तो किसी गाय अथवा नदी को ही बहेन बना ले और उसके पास भोजन करे। कहने का आश्रय यह है की यमद्वितीया को कभी भी अपने घर भोजन न करे।
आज के दिन बहेन भाई को तथा भाई बहेन को कोई न कोई उपहार जरूर दे स्कंदपुराण के अनुसार विशेषतः वस्त्र तथा आभूषण।
आज के दिन भाई बहेन का यमुना जी में नहाना भी बहुत शुभ है। कार्तिक शुक्ल द्वितीया को यमुना जी में स्नान करने वाला पुरुष यमलोक का दर्शन नहीं करता।
ll वैदिक पंचांग ll 02 नवम्बर 2024 [Vedic Panchang 02 November 2024]