रांची। झारखंड में अब नई पॉलिसी के तहत ही नर्सिंग कॉलेज खुलेंगे। नई पॉलिसी की कवायद शुरू हो गई है।
नई पॉलिसी के तहत नर्सिंग कॉलेजों में बेहतर एकेडमिक, इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ आईएनसी के मापदंडों को पूरा रखने पर फोकस किया जाएगा।
यह नई व्यवस्था दिसंबर तक लागू की जा सकती है। स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के निर्देश पर शुरू हुई इस पहल का उद्देश्य स्टूडेंट को बेहतर और आधुनिक मेडिकल शिक्षा देना है।
मालूम हो कि अभी कई नर्सिंग कॉलेज आईएनसी के पूरे मानक तय नहीं करते। ऐसे में स्टूडेंट को बाद में परेशान होना पड़ता है।
इसे लेकर सरकार के पास कई बार शिकायत भी पहुंच चुकी है और हजारों स्टूडेंट अन्य राज्यों में नौकरी से वंचित रह गए थे।
क्लास के अनुरूप कमरे और लैब में सामान जरूरी :
अभी नर्सिंग कॉलेज पूरे शिक्षक नहीं रखते और खानापूर्ति करते हैं, लेकिन अब सभी के दस्तावेज देने होंगे और इनकी कभी भी जांच हो सकेगी।
हर क्लास के अनुरूप कमरे बनाने होंगे और लैब में सभी सामान रखना होगा, ताकि स्टूडेंट बेहतर तरीके से समझ सकें।
आईएनसी की मान्यता होगी तो स्टूडेंट को देश के किसी भी अस्पताल में नौकरी मिल सकेगी। अभी कई कॉलेज ऐसे हैं, जिन्हें आईएनसी की मान्यता नहीं है, जिससे स्टूडेंट अन्य राज्यों में नौकरी के लिए फॉर्म भी नहीं भर पाते हैं।
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