दिनांक -24 जुलाई 2024
दिन – बुधवार
विक्रम संवत – 2081
शक संवत -1946
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – वर्षा ॠतु
मास – श्रावण
पक्ष – कृष्ण
तिथि – तृतीया सुबह 07:30 तक तत्पश्चात चतुर्थी
नक्षत्र – शतभिषा शाम 06:14 तक तत्पश्चात पूर्वभाद्रपद
योग – सौभाग्य सुबह 11:11 तक तत्पश्चात शोभन
राहुकाल – दोपहर 12:45 से दोपहर 02:24 तक
सूर्योदय -05:20
सूर्यास्त- 06:19
दिशाशूल – उत्तर दिशा मे
व्रत पर्व विवरण-
संकष्ट चतुर्थी (चन्द्रोदय : रात्रि 09:40),जयापार्वती व्रत समाप्त (गुजरात),पंचक,चतुर्थी क्षय तिथि
विशेष – *तृतीया को पर्वल खाना शत्रुओं की वृद्धि करने वाला है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
चतुर्मास के दिनों में ताँबे व काँसे के पात्रों का उपयोग न करके अन्य धातुओं के पात्रों का उपयोग करना चाहिए।(स्कन्द पुराण)
चतुर्मास में पलाश के पत्तों की पत्तल पर भोजन करना पापनाशक है।
वर्षा न हो तो
चित्रा नक्षत्र उसके स्वामी त्वष्टादेव | बरसात बरसानेवाले देव है ये | जिनके इलाखों में बरसात नहीं होती हो वहाँ जप खूब करो श्री आशारामायण के पाठ करो और ॐ त्वष्टाय नम: | ….. ॐ त्वष्टाय नम:|…. ॐ त्वष्टाय नम: | मंत्र का जप करे संकल्प पूर्वक के हमारे इलाके में बरसात हो | और गुरुमंत्र भी जपे और श्री आशारामायण के पाठ करो | ॐ वरुणाय नम: | ॐ त्वष्टाय नम: | ये कर सकते है |
कार्यों में आ रही बाधाएं दूर करने के लिए
भगवान शिव की भक्ति का महीना श्रावण (सावन) (उत्तर भारत हिन्दू पञ्चाङ्ग के अनुसार) से शुरू हो चुका है। (गुजरात एवं महाराष्ट्र के अनुसार आषाढ़ मास चल रहा है वहां 05 अगस्त, सोमवार से श्रावण (सावन) मास आरंभ होगा) धर्म ग्रंथों के अनुसार, ये महिना भगवान शिव को बहुत प्रिय है। इस महिने में भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए भक्त कई उपाय करते हैं।
हनुमानजी शिवजी के अवतार माने गए हैं। सावन माह शिवजी की पूजा का माह है और इस महिने में हनुमानजी के उपाय भी विशेष रूप से किए जा सकते हैं।
शिवपुराण के अनुसार शिवजी और उनके अवतारों की पूजा करने से कार्यों में आ रही बाधाएं दूर होती हैं और भाग्य का साथ मिलने लगता है।
यहां जानिए सावन माह के हर मंगलवार को हनुमान जी के कौन-कौन से उपाय किए जा सकते हैं…
सावन में हर मंगलवार या शनिवार को करें हनुमान जी के ये 8 उपाय, चमक सकती है किस्मत
सुख-समृद्धि के लिए सोने से पहले घर के मंदिर में हनुमान जी का ध्यान करते हुए सरसों के तेल का मिट्टी का दीपक जलाएं और हनुमान चालीसा का पाठ करें ।
एक नारियल पर सिंदूर, मौली (धागा), चावल चढ़ाएं और पूजा करें ।पूजा के बाद ये नारियल हनुमान जी को अर्पित करें ।इस उपाय से बाधाएँ दूर होती हैं ।
पीपल के नीचे सरसों के तेल का दिया जलाएं ।दिया जलाने के बाद ॐ रामदूताय नम: मंत्र का जप करें ।ये उपाय सभी परेशानियों से बचा सकता है।
चमेली के तेल का दीपक हनुमान जी के सामने जलाकर, सिंदूर और लाल लंगोट अर्पित करें ।इस उपाय से परीक्षाओं में सफलता मिलती है।
हनुमान जी के मंदिर में झंडे का दान करने पर सभी मनोकामनाएं पूरी हो सकती है ।
हनुमान जी का फोटो घर में पवित्र स्थान पर इस प्रकार से लगाएं कि हनुमान जी दक्षिण दिशा की ओर देखते हुए दिखाई दे रहे हों । इस उपाय से विरोधियों पर विजय प्राप्त होती है ।
पीपल के 11 पत्ते लेकर साफ जल से धो लें । इन पत्तों पर चंदन से या कुम कुम से श्रीराम का नाम लिखें ।इसके ये पत्ते हनुमानजी को चढ़ा दें । इस उपाय से दुखों से मुक्ति मिलती है ।
हनुमान जी को लाल या पीले फूल जैसे कमल, गुलाब, गेंदा या सूर्यमुखी चढ़ाने से सभी सुख प्राप्त होते हैं ।
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