लखनऊ,एजेंसियां: लोकसभा चुनाव में अकेले दम पर मैदान में उतरी बहुजन समाज पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा।
इसकी समीक्षा के लिए पार्टी की मुखिया एवं पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने रविवार को बैठक बुलाई। इसमें उनके भतीजे आकाश आनंद भी शामिल हुए।
मायावती ने पार्टी कार्यालय में लोकसभा चुनाव की समीक्षा को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर एक बैठक बुलाई।
इसमें सभी जिलों के पदाधिकारी, नेशनल कोआर्डिनेटर और वरिष्ठ कार्यकर्ता मौजूद रहे।
झारखंड, जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र व हरियाणा में विधानसभा चुनाव को देखते हुए मायावती पार्टी में बड़े फेरबदल कर सकती हैं।
इसी को देखते हुए शनिवार को ही पार्टी ने आकाश को स्टार प्रचारक बनाया था। इससे यह उम्मीद जगी है कि मायावती ने भतीजे को माफ कर दिया है। आकाश ने लोकसभा चुनाव में कई रैलियां करके सरकार विरोधी भाषण दिए थे।
सीतापुर की रैली में दिए गये बयान पर उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हुआ था। इसके बाद मायावती ने उन्हें सभी पदों से कार्य मुक्त कर दिया था।
रविवार को जिस तरह से मायावती ने भतीजे के सिर पर हाथ रखा है, उससे यह चर्चा है कि आकाश ही मायावती के उत्तराधिकारी रहेंगे। उन्हें सभी पदों की जिम्मेदारी वापस की गयी है।
दूसरी तरफ पार्टी को विस्तार देने के लिए मायावती ने कई निर्णय लिए हैं। इसमें अहम निर्णय है बसपा की सदस्यता शुल्क घटाना।
बसपा ने सदस्यता शुल्क एक चौथाई कर दी है। अब सिर्फ़ 50 रुपये में नये सदस्य बनेंगे, अभी तक 200 रुपये शुल्क था।
माना जा रहा है कि पार्टी सदस्यों की संख्या बढ़ाकर संगठन को मजबूत करेगी।
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