होठ के कैंसर के लक्षण
लगातार घाव या छाले: होठों पर घाव होना जो कई हफ्तों तक ठीक नहीं होता।
गांठ या मोटा क्षेत्र: होठों पर कोई गांठ या सूजन का विकास।
रक्तस्राव: बार-बार होठों से खून बहना।
रंग में बदलाव: होठों पर लाल या सफेद धब्बे दिखाई देना।
दर्द और सुन्नता: होठों में दर्द, झुनझुनी या सुन्नता का अनुभव होना।
यदि यह लक्षण किसी व्यक्ति में दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
होठ कैंसर के कारण
तंबाकू और शराब का सेवन: इन दोनों का सेवन होठ कैंसर का प्रमुख कारण है।
सूरज का अत्यधिक संपर्क: सूरज की हानिकारक UV किरणें होठों को प्रभावित कर सकती हैं।
एचपीवी (ह्यूमन पेपिलोमावायरस): यह वायरस भी मुंह और होठों में कैंसर का कारण बन सकता है।
खराब आहार और ओरल हाइजीन: अस्वस्थ आहार और गंदे दांत भी इस कैंसर के कारण हो सकते हैं।
होठ कैंसर का निदान और उपचार
बायोप्सी: संदिग्ध क्षेत्र से ऊतक का नमूना लेकर माइक्रोस्कोप से जांच की जाती है।
इमेजिंग टेस्ट: एक्स-रे, सीटी स्कैन, और एमआरआई के माध्यम से कैंसर की सीमा का पता लगाया जा सकता हैं।
होठ कैंसर का इलाज कैंसर के चरण और रोगी की स्थिति के आधार पर किया जाता है। प्रमुख उपचार विकल्पों में शामिल हैं:
सर्जरी: कैंसर कोशिकाओं को हटाने के लिए सर्जरी की जाती है।
रेडिएशन थेरेपी: एक्स-रे या प्रोटॉन बीम का उपयोग कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने के लिए किया जाता है।
कीमोथेरेपी: इस उपचार में दवाइयों के माध्यम से कैंसर कोशिकाओं को नष्ट किया जाता है।
होठ कैंसर से बचाव
तंबाकू और शराब का सेवन बंद करना: इन आदतों से बचने से कैंसर का खतरा कम हो सकता है।
सूर्य से बचाव: सनस्क्रीन और लिप बाम का उपयोग करके सूर्य के हानिकारक किरणों से बचाव करें।
स्वस्थ आहार: फलों और सब्जियों से भरपूर आहार लें और ओरल हाइजीन का ध्यान रखें।
क्या होठ कैंसर जानलेवा है?
इस प्रश्न का उत्तर है होठ कैंसर जानलेवा हो सकता है, लेकिन इसका इलाज संभव है यदि इसे समय पर पहचाना जाए। शुरुआती चरणों में निदान और उपचार से रोगी की जीवन दर में सुधार हो सकता है। पांच वर्षों की जीवित रहने की दर स्थानीयकृत कैंसर में लगभग 83% होती है, लेकिन जैसे-जैसे कैंसर फैलता है, यह दर घट सकती है। इसलिए, होठ कैंसर के लक्षणों पर ध्यान देना और नियमित जांच कराना बेहद महत्वपूर्ण है।