दिनांक – 11 जून 2024
दिन – मंगलवार
विक्रम संवत – 2081
शक संवत -1946
अयन – उत्तरायण
ऋतु – ग्रीष्म ॠतु
मास – ज्येष्ठ
पक्ष – शुक्ल
तिथि – पंचमी शाम 05:27 तक तत्पश्चात षष्ठी
नक्षत्र – अश्लेशा सुबह 11:39 तक तत्पश्चात मघा
योग – व्याघात शाम 04:47 तक तत्पश्चात हर्षण
राहुकाल – शाम 04:00 से शाम 05:40 तक
सूर्योदय-05:07
सूर्यास्त- 06:29
दिशाशूल – उत्तर दिशा में
व्रत पर्व विवरण –
विशेष – पंचमी को बेल खाने से कलंक लगता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
कब है गंगा दशहरा 16 या 17 को | दस तरह के कष्ट होंगे तुरंत दूर इतना करने पर
बालों की मुलायमता
गोमूत्र सिर में लगाकर थोड़ी देर पश्चात् धो डालने से तथा सरसों के तेल की मालिश करने से बाल मुलायम होते हैं। आरोग्यनिधि पुस्तक से
पाचनशक्ति की कमजोरी हो तो
सौंफ और जीरा समान मात्रा में लेकर सेंक के रखो | भोजन के बाद चबा के खाओ तो पाचनशक्ति तेज होगी |
अंतिम संस्कार
श्रद्धापूर्वक किसी अनाथ मृतक का अंतिम संस्कार करनेवाला अथवा स्वयं की शक्ति न होने पर दूसरों को इस पुण्यदायी कार्य के लिए, प्रेरित करनेवाला अग्निलोक में प्रशंसा का पात्र बनता है। ( शिव पुराण )
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