नई दिल्ली,एजेंसियां: आजकल देश में युवाओं से लेकर बच्चों में भी तम्बाकू को खा रहें हैं।
तम्बाकू हमारे शरीर के लिए जहर के बराबर है पर फिर भी लोग इसकी लत में अपनी जिंदगी को खतरे में डालते हैं।
हर तरह का धूम्रपान या तम्बाकू से जुड़े दूसरे नशीले पदार्थों का सेवन हमारी फिजिकल हेल्थ पर नेगेटिव असर डालता है।
बीड़ी, सिगरेट या गुटखा का सेवन करने से हमारे शरीर के कई अंगों को बड़ा नुकसान पहुंचता है।
धूम्रपान के कारण धमनियां कमजोर पड़ने लगती है या फिर इनकी कार्यक्षमता प्रभावित होती है। ऐसे में कोरोनरी हार्ट डिजीज और स्ट्रोक तक आ जाता है।
जानकारी के अनुसार ऐसी कई रिसर्च सामने आई हैं जो बताती है कि बीते सालों में हार्ट अटैक के बढ़ने मामलों के पीछे एक बड़ा कारण धूम्रपान भी है।
तम्बाकू हमारी सेहत के लिए बेहद खतरनाक है।तम्बाकू से हमारे किन अंगों में कैंसर का खतरा रहता है और हम किन उपायों को अपनाकर इससे दूर बना सकते हैं।
तम्बाकू से होने वाली बीमारियां
डॉक्टरों का कहना है कि तम्बाकू और इसके विभिन्न उत्पादों की आदत हमारे शरीर में कैंसर के खतरे को बढ़ाती है।
इससे न सिर्फ मुंह का बल्कि फेफड़ा, पेट, मूत्राशय, गुर्दे, अग्न्याशय और गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर का खतरा बना रहता है।
धूम्रपान का सेवन हमारे दिमाग की रक्त वाहिकाओं की परत में ब्लड क्लॉट तक बनाता है। इनके कमजोर पड़ने के कारण स्ट्रोक तक आ जाता है।
जो लोग इसके आदी होती हैं उनमें हाई बीपी की शिकायत भी रहती है और इस वजह से कई दूसरी समस्याएं भी पैदा हो सकती हैं।
इसके साथ ही कोरोनरी हार्ट डिजीज रोग, हार्ट अटैक और पुरानी फेफड़ों की बीमारी का खतरा भी बढ़ जाता है।
तम्बाकू को छोड़ने के उपाय
जब भी आपको तम्बाकू से जुड़ी चीजों की तलब हो तो इसे इग्नोर करें।
तलब होने पर आप खुद को किसी काम में ब्यस्त कर लें।
इस तरह से आप धूम्रपान या तम्बाकू सेवन के दूसरे तरीकों से खुद को दूर रख पाएंगे।
फल, सब्जियां, और स्वस्थ स्नैक्स खाएं।
नियमित रूप से पानी पीते रहें और हाइड्रेटेड रहें।
तम्बाकू छोड़ने की प्रक्रिया में धैर्य रखें और सकारात्मक सोच बनाए रखें।
एक बार में पूरी तरह से तम्बाकू छोड़ने का प्रयास करने की बजाय, धीरे-धीरे मात्रा कम करें।
आप स्मोकिंग से बचने के लिए निकोटिन इनहेलर का उपयोग करें।
हालांकि इनके इस्तेमाल से पहले सही से जानकारियां जरूर हासिल कर लें।
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